कैसे बुझे आग, अग्निशमन विभाग के पास संसाधनों का घोर अभाव
अनुमंडल क्षेत्र में अगलगी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए डालमियानगर के मथुरापुर कॉलोनी में स्थित अग्निशमन विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। इस वर्ष अब तक 15 अगलगी की घटनाएं घटित हो चुकी हैं। त
अनुमंडल क्षेत्र में अगलगी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए डालमियानगर के मथुरापुर कॉलोनी में स्थित अग्निशमन विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। इस वर्ष अब तक 15 अगलगी की घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव को ले अग्निशमन वाहनों से नप व ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन का कार्य भी किया जा रहा है। साथ ही रबी मौसम में बिजली के शॉर्ट सर्किट से गेहूं की फसल में भी अगलगी की घटनाएं अचानक बढ़ गई है। यहां के फायर ब्रिगेड पर डेहरी अनुमंडल के डेहरी, अकोढ़ीगोला, तिलौथू , रोहतास, नौहट्टा व बिक्रमगंज अनुमंडल के राजपुर थाना क्षेत्र में आग पर काबू पाने की जिम्मेदारी है। इन सभी थाना में क्षेत्रों में लगी आग पर काबू पाने के लिए महज एक-एक दमकल, एक चालक व दो होमगार्ड के जवान तैनात हैं। अग्निशमन विभाग में आग पर काबू पाने के लिए आधा दर्जन गाड़ियां हैं। जिसमें एक जीप अब चलने लायक नहीं है । गाड़ियों को रखने के लिए शेड तक की व्यवस्था भी नही है। जिस कारण वाहन के रखरखाव पर असर पड़ता है। जर्जर भवन में चल रहा कार्यालय
अग्निशमन कार्यालय डालमियानगर के मथुरापुर के आवासीय कॉलोनी के जर्जर भवन में तीन दशक से अधिक समय से चल रहा है। जहां काम करने वाले कर्मी जर्जर भवन के गिरने की आशंका से भयभीत रहते हैं। सरकार ने अग्निशमन कार्यालय के भवन के लिए पांच वर्ष पूर्व डेहरी के तारबंगला में भूमि उपलब्ध कराई है, लेकिन अब तक वहां भवन बनने की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो सकी है। कार्यालय के नजदीक नहीं है पानी की व्यवस्था: विभाग के पास अग्निशमन गाड़ियों में पानी भरने की आसपास में व्यवस्था नहीं है। वाहन को पानी के लिए बीएमपी स्थित पीएचडी बोरिग से पानी भरा जाता है, जिसके लिए मथुरापुर से छह किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। काफी दिनों से इस तरह की समस्या होने पर भी विभागीय कार्यालय के पास पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। हाल ही नप ईओ को पत्र लिख अग्निशमन वाहनों के लिए पानी की व्यवस्था की मांग की है। विभाग के पास नही है टेलीफोन की व्यवस्था:
विभागीय अधिकारियों की माने तो बीएसएनएल व डीएम से कई बार गुहार के बावजूद अब तक यहां टेलीफोन की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। अग्निशमन पदाधिकारी के पास हाल ही में मोबाइल नंबर 7485805928 उपलब्ध हुआ है। अबतक अग्निकांड की सूचना डालमियानगर थाना के माध्यम से प्राप्त होती रही है। दस्ता कर्मियो की भी है कमी
विभाग के पास अग्निशमन पदाधिकारी के अलावा एक प्रधान चालक, एक अग्नियक व एक हवलदार स्थाई तौर पर तैनात हैं। साथ ही एक दर्जन होमगार्ड के जवान भी तैनात किए गए हैं। इन्हीं के सहयोग से कोई घटना घटने पर काम लिया जाता है। कहते हैं अधिकारी:
नजदीक में पानी की उपलब्धता व टेलीफोन की व्यवस्था आवश्यक है। साथ ही खराब पड़ी एकमात्र जीप की बार-बार मरम्मत के बजाए उसकी जगह नई गाड़ी की भी आवश्यकता है, परंतु अब तक इसका समाधान नहीं हो पाया। अगलगी की घटना पर नियंत्रण के साथ हाल में कोरोना संक्रमण से जंग में नप व ग्रामीण क्षेत्रों में अग्निशमन वाहनों से सैनिटाइज करने का कार्य भी किया जा रहा है। इस वर्ष अब तक 15 अगलगी की घटनाएं घटी हैं।
नागेंद्र उपाध्याय, अग्निशमन पदाधिकारी, अग्निशमन विभाग कार्यालय, डालमियानगर