हरा से धरा पर बढ़ेगी हरियाली, साकार होगा मिशन
सासाराम। जल जंगल व जीवन को सुरक्षित बनाने में पेड़-पौधों का योगदान सबसे अहम है। इससे वसुंधरा (पृथ्वी) भी सुरक्षित रहती है। धरा को सलामत व पर्यावरण को संरक्षित रखने के उद्देश्य से पृथ्वी दिवस को इस बार सरकार ने खास अंदाज में मनाने का संकल्प लिया है जिसमें आम से खास तक की सहभागिता होगी। मिशन ढाई करोड़ के तहत शहर से गांव तक पौधे लगाए जाएंगे। मिशन के तहत जिले में 27 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसे वन कर्मियों व जीविका दीदियों के माध्यम से गांव-गांव तक पौधे पहुंचा लक्ष्य पूरा करने का कार्य किया जा चुका है। वहीं डीएम पंकज दीक्षित ने पृथ्वी दिवस की पूर्व संध्या पर समाहरणायलय परिसर में पौधारोपण किया।
सासाराम। जल, जंगल व जीवन को सुरक्षित बनाने में पेड़-पौधों का योगदान सबसे अहम है। इससे वसुंधरा (पृथ्वी) भी सुरक्षित रहती है। धरा को सलामत व पर्यावरण को संरक्षित रखने के उद्देश्य से पृथ्वी दिवस को इस बार सरकार ने खास अंदाज में मनाने का संकल्प लिया है, जिसमें आम से खास तक की सहभागिता होगी। मिशन ढाई करोड़ के तहत शहर से गांव तक पौधे लगाए जाएंगे। मिशन के तहत जिले में 27 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे वन कर्मियों व जीविका दीदियों के माध्यम से गांव-गांव तक पौधे पहुंचा लक्ष्य पूरा करने का कार्य किया जा चुका है। वहीं डीएम पंकज दीक्षित ने पृथ्वी दिवस की पूर्व संध्या पर समाहरणायलय परिसर में पौधारोपण किया। दस रुपया में उपलब्ध कराया गया पौधा :
अभियान सरकारी योजना व कार्यक्रम न बने और इसके प्रति आमलोगों का लगाव बढ़े, इस उद्देश्य से वन विभाग न्यूनतम कीमत पर सागवान, गम्हार जैसे कीमती पौधे उपलब्ध कराया है, ताकि लोग पौधारोपण की सिर्फ औपचारिकता ही पूरी न करें, बल्कि उसकी देखभाल कर पेड़ का शक्ल दे सकें। इसके लिए जिला में पांच नर्सरी की स्थापना की गई है। कृषि वानिकी योजना के तहत पंजीकृत किसानों को दस रुपये में मनचाहा पौधा उपलब्ध कराया गया है, जिसे खरीदकर वे अपने यहां लगा सकें। इसके अलावा जीविका समूहों को भी दो-दो पौधे होम डिलीवरी के माध्यम से निशुल्क उपलब्ध कराया गया है। बहरहाल जीविका समूह को डेढ़ लाख से अधिक पौधा मुहैया कराए गए हैं। प्रत्येक पंचायत के तीन स्थान पर वन विभाग द्वारा एक फलदार और एक कास्ट पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पौधा सुरक्षित रहने पर मिलेगी प्रोत्साहन राशि :
योजना के तहत लगाए गए पौधे अगर तीन वर्ष तक सुरक्षित रहते हैं, तो वन विभाग द्वारा उसका निरीक्षण कर सुरक्षित राशि 10 रुपये के साथ प्रति पौधा 60 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी देगा। नर्सरी में केवल कास्ट पौधा शीशम, सागवान, गुलर, पाकड़ समेत कई पौधे उपलब्ध हैं, जबकि किसानों और जीविका समूह के लिए फलदार पौधे (आम ,अमरूद ,जामुन, कटहल सहीजन समेत अन्य) दूसरे प्रांतों के नर्सरी से मंगवाए गए हैं। ताकि बड़ा होने पर ये आय के स्त्रोत बन सकें। लक्षित पौधे :
वन विभाग : 408021
जीविका समूह :161100
कृषि वानिकी : 69900
विभाग विद्युत, नगर परिषद व अन्य विभाग : 55913
सीपीएमएफएस 3000
एनजीओ व निजी संस्थान : 16050
मनरेगा योजना : 531919 कहते हैं अधिकारी :-
क्रांति का महीना अगस्त इस बार पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नई क्रांति लेकर आया है। जल जीवन हरियाली मिशन को सफल बनाने के लिए जिले में 27 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे पूरा कर लिया गया है। नौ अगस्त को पृथ्वी दिवस के दिन सभी दफ्तर के कैंपस में पौधारोपण किया जाएगा।
प्रद्युम्न गौरव डीएफओ रोहतास