राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित होंगे चार हवलदार
विशिष्ट और सराहनीय सेवा को ले राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए स्थानीय बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस दो के चार जवानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। पुलिस पदक की घोषणा से यहां जवानों में खुशी की लहर है। जवानों के अनुसार राज्य में सर्वाधिक पुलिस पदक पाना वाहिनी के लिए गर्व की बात है। पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में हवलदार अनिल कुमार श्रीवास्तव हवलदार जितेंद्र राम हवलदार उदय प्रताप सिंह व बैंड हवलदार मो. नसीम शामिल हैं। इन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पदक दिया जाएगा।
संवाद सहयोगी, डेहरी आनसोन (रोहतास) : विशिष्ट और सराहनीय सेवा को ले राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए स्थानीय बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस दो के चार जवानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा। पुलिस पदक की घोषणा से यहां जवानों में खुशी की लहर है। जवानों के अनुसार राज्य में सर्वाधिक पुलिस पदक पाना वाहिनी के लिए गर्व की बात है। पुलिस पदक से सम्मानित होने वालों में हवलदार अनिल कुमार श्रीवास्तव, हवलदार जितेंद्र राम, हवलदार उदय प्रताप सिंह व बैंड हवलदार मो. नसीम शामिल हैं। इन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पदक दिया जाएगा।
कमांडेंट स्वप्ना जी मेश्राम के अनुसार वाहिनी के लिए गर्व की बात है कि राज्य में सर्वाधिक चार पुलिस पदक मिला है। सेवा इतिहास में कोई निगेटिव इंट्री नहीं होने और बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को यह पुलिस पदक दिया जाता है। इस पुरस्कार के लिए सात पुलिसकर्मियों के नाम का प्रस्ताव दिया गया था। मेडल प्राप्त होने के बाद सभी को समारोह आयोजित कर यहां भी सम्मानित किया जाएगा। वाहिनी की ओर से उन्हें प्रशस्ति पत्र व नगद राशि भी दी जाएगी। पदक पाने वाले चार लोगों में से तीन यहां नही हैं।
ये पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित :
हवलदार अनिल कुमार श्रीवास्तव :
गोपालगंज जिले के उचका थाना क्षेत्र अंतर्गत जमसडी गांव के निवासी 57 वर्षीय हवलदार अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बीएसएपी में 1989 में योगदान किया था। ये 31 वर्षो की सेवा में उत्कृष्ट कार्य के लिए 175 से अधिक प्रशस्तिपत्र व अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। कर्तव्य व दायित्व के प्रति समर्पण के कारण इन्हें पुलिस पदक मिला है।
हवलदार जितेंद्र राम :
झारखंड के सोसोटोली गांव के निवासी 52 वर्षीय हवलदार जितेंद्र राम ने बीएसएपी में 1991में योगदान किया था। तीन दशक के अपने सेवा के दौरान ये कर्तव्य के प्रति समर्पित रहे। इन्हें दर्जनों अवार्ड व प्रशस्तिपत्र मिल चुके हैं। हवलदार नसीम :
पटना के फुलवारीशरीफ निवासी 55 वर्षीय नसीम ने 1990 में बैंड सिपाही के पद पर योगदान किया था। तीन दशक की सेवा के दौरान दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड समेत अन्य समारोह में बैंड बजाने का उत्कृष्ट कार्य किया है। इसके अलावा पटना समेत राज्य के लगभग सभी जिलों में अपने बैंड की धुन से विभिन्न समारोह में प्रशंसा बटोर चुके हैं।
उदय प्रताप सिंह :
उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के निवासी उदय प्रताप सिंह अपने तीन दशक की सेवा यात्रा के दौरान कर्तव्य के प्रति समर्पित रहे। वे अभी कैमूर जिले के अधौरा थाना क्षेत्र में नक्सल उन्मूलन में तैनात हैं।