नहीं हो रहा नो इंट्री पर सख्ती से पालन, हर रोज लग रहा जाम
जिला मुख्यालय को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने नो एंट्री की कार्य योजना ।
रोहतास। जिला मुख्यालय को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने नो एंट्री की कार्य योजना तैयार कर इसे लागू किया है। लेकिन इस नियम का सख्ती से पालन न होने के चलते शहरवासियों को जाम से मुक्ति नहीं मिली। प्रतिबंधित समय में भी व्यावसायिक व निजी बड़े वाहन मुख्य बाजारों में प्रवेश कर जाते हैं। जो आए दिन ट्रैफिक जाम का सबब बन रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा लालगंज नहर, बेदा आकाशवाणी मोड़ व एसपी जैन कॉलेज के पास लगाए गए बोर्ड में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को दंडनीय अपराध बताया गया है। लेकिन करगहर मोड़, पोस्टऑफिस चौक, धर्मशाला चौक आदि पर तैनात ट्रैफिक पुलिस यातायात नियमों के उल्लंघन के बाद भी मूक दर्शक बनी रहती है। परेशानी बढ़ा रहे व्यावसायिक वाहन:
व्यापारिक ²ष्टिकोण से सासाराम आसपास के कई जिलों में अहम स्थान रखता है। जिसके चलते बाजारों में भी भीड़भाड़ रहती है। भीड़भाड़ वाले मुख्य बाजारों में वाणिज्यिक बड़े व चारपहिया वाहनों के आ जाने से यातायात में समस्या होती है और मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं। लोगों का राह निकलना दूभर होता है। मदरसा रोड स्थित फल मंडी में हर दिन बड़े वाहन बेधड़क प्रवेश कर रहे हैं। कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर को चारों ओर से चिह्नित कर नो एंट्री लागू की और निर्देश दिए कि सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक वाणिज्यिक और बड़े वाहन मुख्य बाजारों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। पुलिस की यह योजना पूरी तरह से फ्लाप साबित हो रही है। नो इंट्री का कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे भारी वाहन बाजारों में प्रवेश कर जाम का कारण बनते हैं और आम जन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्कूलों की छुट्टी के समय बढ़ जाती है समस्या:
भारी वाहनों का परिचालन स्कूल की छुट्टी होने के समय भी होता है। अक्सर देखा जाता है कि एक ओर तेज रफ्तार से भारी वाहन गुजर रहा है, तो दूसरी ओर से स्कूली बच्चों का आना-जाना लगा रहता है। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक नो इंट्री लगाया है। लेकिन इस बीच बड़े वाहनों के साथ नाबालिग चालक काफी संख्या में ट्रैक्टर भी दौड़ाते रहते हैं। अमल में नहीं आ सका प्रभारी मंत्री का फरमान:
कृषि मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने जाम से परेशान शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए गत दिनों स्थानीय डीआरडीए सभागार में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को नो इंट्री का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया था। लेकिन मंत्री के फरमान का असर भी नहीं हुआ। कुछ ले देकर बड़े वाहन नो इंट्री की अवधि में बड़े इत्मिनान से शहर में प्रवेश कर जाते हैं। कहते हैं अधिकारी:
शहर में आए दिन लगने वाले जाम को देखते हुए नो इंट्री लागू की गई है और उसका सख्ती से पालन करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। जिस नो इंट्री प्वाइंट से कॉमर्शियल वाहन प्रवेश करेगा, उस प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मी के विरुद्ध कार्रवाई होगी। साथ ही वाहन को सीज कर फाइन किया जाएगा।
पंकज दीक्षित
डीएम- रोहतास