करोड़ों खर्च के बाद भी शहर में गंदगी का अंबार
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जिला मुख्यालय का नगर परिषद हर साल शहर सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च करता है। सफाई के लिए संसाधन भी उपलब्ध है, फिर भी शहर में शायद सफाई ढूंढने पर भी नहीं मिलेगी। मोहल्लों से लेकर मुख्य सड़कों पर फैली गंदगी देख शहरवासियों में महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में कोरोना वायरस के फैलने का भय सताने लगा है। प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्कता को ले साफ- सफाई पर विशेष ध्यान रखने का लगातार संदेश प्रसारित भी कर रहा है। दूसरी तरफ शहर में सफाई भगवान भरोसे है। डस्टबीन की नियमित सफाई से लेकर डोर टू डोर कूड़ा उठाव कागजों तक ही सिमट कर रही गई है। शहरवासियों का कहना है कि नालों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी बजबजा रहा है। दो दिन पहले हुई बारिश ने सफाई के सारे दावों की पोल खोल कर रख दी है। शहर के राजपूत कॉलोनी निवासी विध्याचल सिंह ने कहा कि यदि आज यह आलम है तो पता नहीं बरसात में क्या होगा। मोहल्ला में जल जमाव होने से महामारी फैलने की संभावना प्रबल हो गई है। शायद ही शहर का कोई सड़क है जो कीचड़ से लथपथ नहीं है। जल निस्तारण के लिए नालियों की मरम्मती से लेकर बड़े-बड़े नाले का निर्माण से भी शहर के लोगों को सिर्फ परेशानी छोड़कर कोई फायदा नहीं हुआ। गंदगी के संबंध में नप ईओ कुमार हिमानी से लेकर मुख्य पार्षद के पास एक ही बहाना है सफाईकर्मी हड़ताल पर है। इनसेट
आज नगर परिषद में बुलाई गई विशेष बैठक
सासाराम:रोहतास। कोरोन वायरस से संक्रमण को रोकने एवं बचाव के संबंध में सोमवार को नगर परिषद की विशेष बैठक बुलाई गई है। बैठक की औचित्य पर सवाल खड़ा करते हुए वार्ड 34 की पार्षद सुकांति देवी ने कहा कि बैठक में ईओ और मुख्य पार्षद के खिलाफ निदा प्रस्ताव उनके द्वारा ला जाएगा। कोरोना के नाम पर बैठक हो रही है, परंतु मच्छर निरोधी दवा का छिड़काव नहीं। शहर में मच्छर का प्रकोप से डेंगू से लेकर चिकनगुनिया और मलेरिया जैसा रोग फैल रहा है।