रोजाना 70-80 हजार का नुकसान, यात्रियों को चादर दे चलाया जा रहा काम
रोहतास। कोरोना वायरस का असर चारों तरफ दिखने लगा है। चाहे वह निजी व्यवसाय जगत हो या ि
रोहतास। कोरोना वायरस का असर चारों तरफ दिखने लगा है। चाहे वह निजी व्यवसाय जगत हो या फिर सरकारी सेक्टर। सरकार के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाला रेलवे भी इसकी चपेट में आ गया है। रेलवे के लिए मार्च का महीना सबसे अधिक आमदनी वाला माना जाता है। जिसमें अन्य माह की तुलना में यात्रियों से सबसे अधिक राजस्व की प्राप्ति विभाग को होती है, लेकिन कोरोना ने विभाग की कमर तोड़ दी है। जिसके वजह से सासाराम रेलवे स्टेशन को रोजाना 70 से 80 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। पूर्व में जिन लोगों ने रिजर्वेशन कराया है, उनमें अधिकतर रद करा रहे हैं, वहीं नये यात्री भी रिजर्वेशन कराने से कतरा रहे हैं। यहां तक कि सामान्य टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि ए श्रेणी का दर्जा प्राप्त आर्दश स्टेशनों की सूची में शामिल सासाराम रेलवे स्टेशन पर हेल्थ चेकअप की व्यवस्था न तो रेलवे की तरफ से की गई है, न स्वास्थ्य विभाग ही कर सका है। सिर्फ माइक से घोषणा कर यात्रियों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
संक्रमण के खतरे से बचने के लिए रेलवे की तरफ से एहतियातन सावधानी बरती जा रही है। ट्रेन से लेकर रेलवे स्टेशन तक की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दैनिक सफाई के अलावा कीट नाशक दवा की घोल का भी छिड़काव समय-समय पर किया जा रहा है। जिससे कि वायरस के संक्रमण की संभावना न रहे। एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों के एसी में यात्रा करने वाले यात्रियों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही हैं। उन्हें कंबल के जगह पर हल्का चादर ही दिया जा रहा है कि ताकि उसकी धुलाई करने में आसानी रहे। यात्रियों की तरफ से भी सतर्कता बरती जा रही है। वे मास्क पहनकर भी ट्रेनों में यात्रा करते दिख रहे हैं। बुधवार को आरपीएफ डीडीयू डिवीजन के कमांडेंट आशिष मिश्रा दल बल के साथ सासाराम व डेहरी रेलवे स्टेशन पर तैयारियों का जायजा लिया तथा यात्रियों को एक जगह एकत्रित नहीं होने की सलाह दी। इस दौरान रेल प्रशासन व आरपीएफ के अलावा जीआरपी को भी अपने स्तर से समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। वहीं सिविल डॉ. जनार्दन शर्मा ने भी रेलवे के अधिकारियों व कर्मियों को बैठक कर उन्हें आवश्यक कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई सुझाव दिया। स्टेशन प्रबंधक उमेश कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण राजस्व व यात्रियों की संख्या दोनों पर असर पड़ा है। रोजाना 70 से 80 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है।