दूर होगी भवन की कमी, कोर्ट का बनेगा मल्टी डुप्लीकेश भवन
रोहतास। जिला व्यवहार न्यायालय में भूमि की कमी के बावजूद भवन का अभाव नहीं होगा। इसको लेक
रोहतास। जिला व्यवहार न्यायालय में भूमि की कमी के बावजूद भवन का अभाव नहीं होगा। इसको लेकर व्यापक स्तर पर कार्य योजना बनाई गई है। जिस पर शीघ्र कार्य प्रारंभ होगा। जिले के दो दिवसीय दौरे पर आए उच्च न्यायालय पटना के मुख्य न्यायाधीश अमरेश्वर प्रताप शाही ने शनिवार को उक्त बातें कही। इस दौरान न्यायमूर्ति ने बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन भी किया।
न्यायालय परिसर के निरीक्षण उपरांत सीजे ने कहा कि सासाराम में भूमि की कमी तो जरूर है। लेकिन भवन की कमी नहीं होने दी जाएगी। कोर्ट कैंपस में फिलहाल तीन स्थल का चयन किया गया है। जहां पर मल्टी डुप्लीकेश भवन बनाया जाएगा। संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। तीन स्थानों पर भवन बन जाने के बाद मौजूदा न्यायालय भवन को ध्वस्त कर उसे भी मल्टी डुप्लीकेश बनाया जाएगा। कहा कि प्रशासन ने जो भूमि उपलब्ध कराई है, वह डेढ़ से पौने दो किलोमीटर दूर है। फिर भी उसे विकसित कर निर्माण कार्य कराए जाएंगे, ताकि भविष्य में भवन की कमी न खले। मुख्य न्यायाधीश ने न्यायालय परिसर के विभिन्न पीठों का भी निरीक्षण किया। जमीन पर अभिलेख रखने पर कोर्ट प्रशासन पर कड़ी नाराजगी जताई। परिवार न्यायालय को बाद में नकल नवेशी कक्ष में स्थानांतरित करने का निर्देश जिला जज को दिया।
इस दौरान उन्होंने कोर्ट हाजत का भी जायजा लिया व वहां उपलब्ध सुविधा को और सु²ढ़ करने का आदेश जिला प्रशासन को दिया। कहा कि महिला व पुरूष बंदियों के लिए अलग-अलग शौचालय के अलावा पंखा की तत्काल व्यवस्था की जाए। सीजे ने न्यायिक पदाधिकारियों के अलावा डीएम व एसपी के साथ बैठक की। चीफ जस्टिस ने कोर्ट निरीक्षण से पूर्व बेदा व पोस्ट आफिस चौक के पास स्थित एपीओ कॉलोनी की खाली पड़ी जमीन को भी देखा। जिसे जिला प्रशासन ने भवन निर्माण के लिए न्यायालय को उपलब्ध कराया है। बेदा में जहां कर्मियों के लिए आवास, तो एपीओ कॉलोनी परिसर में लोक अदालत का भवन बनाने का प्रस्ताव है। मुख्य न्यायाधीश के आगमन को ले न्यायालय की सुरक्षा पुख्ता कर दी गई थी। दोनों गेट के अलावा कोर्ट कैंपस में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी।
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