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सुरक्षा से स्वावलंबन तक का सफर तय कर रही जीविका दीदियां

कोरोना से जंग जीतने का प्रयास हर कोई अपने स्तर से कर रहा है। सावधानी सहायता सतर्कता व सुरक्षा सबका मूलमंत्र बन गया है। इन सबों के बीच जीविका समूह से जुड़ी महिलाएं भी कोरोना को मात देने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। जीविका दीदियां मास्क बना सुरक्षा के साथ स्वावलंबन तक का सफर ही तय नहीं कर रही बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के लोकल से वोकल बनने का सपना भी साकार कर रही हैं। अब तक जीविका की दीदियां डेढ़ लाख मास्क का निर्माण कर चुकी है। फिलहाल जिले में रोजाना 20 से 25 हजार मास्क बना रही है जिसे सस्ते दाम पर लोगों को मुहैया कराया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 03:10 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 03:10 PM (IST)
सुरक्षा से स्वावलंबन तक का सफर तय कर रही जीविका दीदियां
सुरक्षा से स्वावलंबन तक का सफर तय कर रही जीविका दीदियां

कोरोना से जंग जीतने का प्रयास हर कोई अपने स्तर से कर रहा है। सावधानी, सहायता, सतर्कता व सुरक्षा सबका मूलमंत्र बन गया है। इन सबों के बीच जीविका समूह से जुड़ी महिलाएं भी कोरोना को मात देने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। जीविका दीदियां मास्क बना सुरक्षा के साथ स्वावलंबन तक का सफर ही तय नहीं कर रही बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के लोकल से वोकल बनने का सपना भी साकार कर रही हैं। अब तक जीविका की दीदियां डेढ़ लाख मास्क का निर्माण कर चुकी है। फिलहाल जिले में रोजाना 20 से 25 हजार मास्क बना रही है, जिसे सस्ते दाम पर लोगों को मुहैया कराया जा रहा है।

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मास्क वितरण में पंचायत जनप्रतिनिधि उदासीन :

पंचायत जनप्रतिनिधि जीविका दीदियों के हाथों बने मास्क को उपलब्ध कराने में उदासीन दिख रहे हैं। शायद यही वजह है कि पंचायती राज विभाग के निर्देश के बाद भी विभिन्न पंचायतों के मुखिया ने अभी तक मात्र 33572 मास्क की डिमांड ही कर सके हैं, जिसमें से 26563 मास्क उपलब्ध करा दिया गया है। जबकि विभाग ने पंचम वित्त आयोग की राशि को कोरोना महामारी से निबटने में खर्च करने का निर्देश दे चुका है। जिसके तहत मुखिया को निर्देश दिया गया है कि पंचम वित्त आयोग की राशि से प्रत्येक परिवार को चार मास्क व साबुन उपलब्ध कराने को कहा गया है। जीविका के माध्यम से बने 78781 मास्क की डिमांड विभिन्न एजेंसियों द्वारा की गई है जिसमें से 71767 मास्क की आपूर्ति की जा चुकी है। रोजाना 90 हजार मास्क बनाने की क्षमता रखती हैं दीदियां :

लक्ष्य के अनुरूप मांग हो तो समूह के माध्यम से जीविका की दीदियां रोजना 90 हजार मास्क बनाने की क्षमता रखती हैं। कारण कि आबादी के अनुरूप में जिले में 1543504 मास्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उसमें से अभी तक 145293 मास्क बनाया जा चुका है। अभी तक मुखिया से 33572, मनरेगा के तहत 28521 व अन्य एजेंसी से 16688 मास्क की डिमांड की गई है, जिसमें मुखिया को 26563, मनरेगा को 28516 व अन्य एजेंसी को 16668 मास्क की आपूर्ति जीविका दीदियां कर चुकी हैं। जिससे उन्हें 6.88 लाख रुपये की आमदनी भी हुई है, जो उनके स्वावलंबन के राह को प्रशस्त करने में कारगर साबित हो रहा है। कहते हैं अधिकारी :

जीविका दीदियां सस्ते दाम पर कपड़े के बने मास्क को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं। 18 से 20 रुपये में एक मास्क लोगों को मुहैया कराई जा रही है। 15.45 लाख मास्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 1.45 लाख बनाया जा चुका है। मास्क की डिमांड करने में मुखिया उदासीन दिख रहे हैं। अगर लक्ष्य के अनुरूप डिमांड हो तो जीविका दीदियां रोजाना 90 हजार मास्क बना सकती हैं।

आचार्य मम्मट, डीपीएम जीविका


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