कुटिला अवरा, कुटिला भवरा कुटिला यम के दुआर..
रोहतास। अनुमंडल क्षेत्र के कई प्रखंडों में मंगलवार को भैया दूज का पर्व मनाया गया। बहनों ने
रोहतास। अनुमंडल क्षेत्र के कई प्रखंडों में मंगलवार को भैया दूज का पर्व मनाया गया। बहनों ने गोबर से सम की प्रतिमा बना उसकी लाठी डंडे से कुटाई की। कुटिला अवरा, कुटिला भवरा कुटिला यम के दुआर..गाकर अन्नकुट मनाया। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यह पर्व मनाया गया। ¨कवदंति है कि यम ने देवता अपनी बहन यमी (यमुना) को इसी दिन दर्शन दिया था। जो बहुत समय से उससे मिलने को व्याकुल थी। अपने घर में भाई यम के आगमन पर प्रफ्फुलित मन से उसकी आवभगत की। यमी ने अपने भाई से यह भी वचन लिया कि जिस प्रकार आज के दिन यम उसके घर आया है, उसी प्रकार आज के दिन हर भाई अपने बहन के घर जाए। तभी से भैयादूज मनाने की परंपरा चली आ रही है। आज बहनों ने भाइयों को रोली से तिलक कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। भाइयों ने भी बहनों के खुशहाली की कामना की।
वहीं अकोढ़ीगोला में पारंपरिक गीत के गाते हुए बहनों ने भाई की सलामती के लिए यम की कुटाई की। ग्रामीण क्षेत्र के गलियों में महिलाएं एकत्रित होकर गीत गाते हुए अपने भाई की सलामती के लिए यम की कुटाई करती हैं। बहनों ने भाई को मिठाई व चना खिलाया, तो भाइयों ने बहनों को उपहार दिया। परसथुआं में राम भैया चलले अहेरिया बेला बहिनी देली आशीष जैसे गीतों को गाकर बहनों ने गोधन कूटकर अपने भाई को यमराज से बचाने के लिए भैया दूज पर पूजा अर्चना की। थाना क्षेत्र के परसथुआ, कथराई, सोहसा, एकवनी, कर्मछाता, भाराडीह, एकवनी, गंगापुर, चितैनी सकरौली सहित अन्य गावों में औरते व लडकियों ने गोधन कूटी। खूशबू, किरन, पूजा, अन्नू, वीणा देवी, मीरा देवी, शशि देवी, नर्मदा, रूपा, अनूपा का कहना है कि भैया दूज के दिन बहन अपने भाई को घर बुलाकर तिलक लगाकर मिठाई खिलाती हैं।