रोहतास में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 4000 लोगों ली गई ब्लड सैंपल
सासाराम। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में गति लाने एवं जिले को फाइलेरिया मुक्त करने के उद्देश्य से मंगलवार की देर शाम जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान की शुरुआत की गई। पहले दिन सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के करपुरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डिहरी के गंगौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिक्रमगंज के धारूपुर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नोखा के हथिनी बरांव में अभियान की शुरुआत की गई।
सासाराम। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में गति लाने एवं जिले को फाइलेरिया मुक्त करने के उद्देश्य से मंगलवार की देर शाम जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान की शुरुआत की गई। पहले दिन सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के करपुरवा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डिहरी के गंगौली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिक्रमगंज के धारूपुर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नोखा के हथिनी बरांव में अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत रात आठ बजे से लेकर 10 बजे तक लोगों का ब्लड सैंपल लिया गया। प्रथम चरण में सर्वप्रथम चार स्थाई स्थलों पर 17 से 20 मई तक अभियान चला कर ब्लड सैंपल एकत्रित किया जाएगा। उसके बाद 23 से 26 मई तक चार अस्थाई चयनित केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तिलौथू के महाराजगंज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करगहर के करगहर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शिवसागर के रायपुरचौर एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डिहरी के वार्ड नंबर 11 में अभियान चलाकर ब्लड सैंपल एकत्रित किया जाएगा। सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत करपुरवा गांव में एसीएमओ डा. अशोक कुमार सिंह ने अभियान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केयर इंडिया के डिटीएल दिलीप मिश्रा, प्रखंड प्रबंधक केयर के अवध कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम, प्रवीण कुमार, मुन्ना कुमार, गोपाल कुमार के अलावा एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं। रात में फाइलेरिया के मच्छर होते हैं एक्टिव :
एसीएमओ डा. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी ़फ्यूलेक्स एवं मनसोनाइडिस प्रजाति के मच्छरों को काटने से फैलता है। यह मच्छर अक्सर रातों में सक्रिय होते हैं। इस कारण नाइट ब्लड सर्वे का कार्य रात में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रात में लिए गए सैंपल की जांच की जाएगी और फाइलेरिया बीमारी की जानकारी ली जाएगी। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है उसके पूर्व नाइट ब्लड सर्वे कराया जा रहा है ताकि फाइलेरिया बीमारी से ग्रस्त लोगों की पहचान की जा सके। कहा कि पहले दिन पहले दिन 464 लोगों का लिया गया सैंपल लिया गया जबकि चार सौ सैंपल संग्रहित करने का लक्ष्य रखा गया था। जिले में कुल 4000 लोगों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 2000 स्थायी स्थल एवं 2000 अस्थायी स्थल के लिए लक्षित किया गया है।