पूर्णिया नगर निगम में शिक्षक चयन में फर्जीवाड़े के दो और मामले आए सामने
पूर्णिया नगर निगम में शिक्षक चयन में फर्जीवाड़े के दो और मामले सामने आए। नगर आयुक्त जांच में जुटे हैं।
पूर्णिया। नगर निगम नियोजन इकाई में शिक्षकों के चयन में फर्जीवाड़े का दो और मामला शुक्रवार को सामने आया है। इस तरह अब तक कुल चार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें काउंसिलिग नहीं कराने वाले अभ्यर्थियों को चयनित घोषित कर दिया गया है। इससे पूरी चयन प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में आ गया है। शातिराना अंदाज में इन अभ्यर्थियों के फोटो के स्थान पर दूसरे का फोटो लगाकर उसे चयन सूची में शामिल कर लिया गया है। इसमें वास्तविक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र के उपयोग ने मामले को और पेचिदा बना दिया है। वर्तमान नगर आयुक्त सह आईएएस जिउत सिंह पूरे मामले की गहन जांच में जुटे हुए हैं। अब तक सुपौल जिले की पिकी कुमारी, अररिया आरएस निवासी आरती कुमारी,किशनगंज कोचाधामन से अनिल कुमार दास और सहरसा के रामफल साह टोला का आवेदन नगर आयुक्त को प्राप्त हुआ है। सुपौल जिले के पिकी कुमारी ने वर्ष 2019 में नगर निगम नियोजन ईकाई में हिदी विषय वर्ग छह से आठ के लिए आवेदन किया था। जब नियोजन का समय आया था तो उसके ही प्रमाणपत्र पर किसी दूसरी महिला फोटो बदल कर पांच जुलाई काउंसिलिग करा ली. इससे उसका चयन भी हो गया। पिकी कुमारी ने पूर्णिया के बदले अपने मूल प्रखंड क्षेत्र में पंचायत नियोजन इकाई में काउंसिलिग कराई थी और वहां उसका चयन भी हो चुका है। एनआइसी पर चयन सूची डालने के बाद पिकी को पूर्णिया में खुद के प्रमाणपत्र पर किसी दूसरी महिला की चयन की भनक लगी ।एक अन्य आवेदक अजीत कुमार ने कहा कि उन्होंने नगर निगम में कक्षा एक से पांच के शिक्षक पद हेतु आवेदन किया था। काउंसलिग में उपस्थित नहीं होने के बाद भी नाम का चयन सूची नंबर 11 में दर्ज है। कोचाधामन किशनगंज निवासी अनिल कुमार दास का मामला भी यही है। अररिया आरएस निवासी आरती कुमारी भी चयन सूची में अपना नाम देख सन्न है। काउंसिलिग में भाग नहीं लेने के बावजूद चयन सूची क्रम संख्या 27 में उसका नाम दर्ज है।सभी अभ्यर्थियों ने नगर आयुक्त के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी श्याम बाबू राम कोभी आवेदन दिया हैं। सभी ने अपना नाम पूर्णिया नगर निगम नियोजन इकाई से हटाने की मांग की है। फिलहाल इस फर्जीवाड़े से पूरे जिले में सम्पन्न हुई यह प्रक्रिया सवालों के घेरे में है। निगम में प्रतिनियुक्त शिक्षक संजय सिंह की भूमिका संदेह के घेरे में नगर निगम में शिक्षक नियोजन में हुए फर्जीवाड़े में नियोजन इकाई में लंबे समय से प्रतिनियुक्त शिक्षक संजय सिंह की भूमिका संदेह के घेरे में है। खासकर दो मामलों में बिना आधार कार्ड लिए काउंसिलिग कर लिए जाने को लेकर यह सवाल और गहरा गया है। नगर आयुक्त ने भी प्रथम ²ष्टया उनकी भूमिका को संदिग्ध मान रहे हैं, लेकिन पूरी जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहने की बात कह रहे हैं। जानकारी के अनुसार संजय सिंह की प्रतिनियुक्ति शिक्षा विभाग की स्थापना प्रशाखा से की गई है। गत कई वर्षों से नियोजन कार्य के लिए उनकी प्रतिनियुक्ति होना भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है। पूर्व में भी कुछ अन्य मामलों को लेकर वे विवाद के घेरे में आए थे।
कोट- काउंसिलिग में भाग नहीं लेने के बाद भी चयन सूची में शामिल होने को लेकर दो अन्य अभ्यर्थियों का आवेदन भी प्राप्त हुआ है। चारो मामलों की गहन जांच चल रही है। इसमें निश्चित रुप से नियोजन कार्य में लगे कर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पूरे मामले में जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी।
जिउत सिंह, नगर आयुक्त, पूर्णिया