60 पंचायतों में ठोस व गीला कचरा प्रबंधन का शुरू होगा कार्य
जिले में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 का शुभारंभ समाहरणालय सभागार में गुरुवार को किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिप अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं डीएम ने विधिवत दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए डीएम राहुल कुमार ने कहा कि फेज-2 में खुले में शौच मुक्ति के स्थायित्व समुदाय में व्यवहार परिवर्तन छूटे घरों में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के साथ-साथ गांव स्तर तक ठोस व गीला कचरा प्रबंधन पर विशेष जोर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जिले में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 का शुभारंभ समाहरणालय सभागार में गुरुवार को किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं डीएम ने विधिवत दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए डीएम राहुल कुमार ने कहा कि फेज-2 में खुले में शौच मुक्ति के स्थायित्व, समुदाय में व्यवहार परिवर्तन, छूटे घरों में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के साथ-साथ गांव स्तर तक ठोस व गीला कचरा प्रबंधन पर विशेष जोर दिया जाएगा। फेज-2 में जिले के 60 पंचायतों में ठोस व गीला कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाएगा।अगले साल फिर इसमें 60 नए पंचायत जोड़े जायेंगे। वर्तमान में जिन 60 पंचायतों में योजना का क्रियान्वयन किया जाना है उनमें से 15 पंचायतों का जमीन के साथ प्रस्ताव मिला
है जिसका अनुमोदन जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में किया गया है। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के पहले चरण में चार लाख से ज्यादा व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के साथ-साथ 400 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का भी निर्माण कार्य शुरू करवाया हुआ है। जिसमें से 300 से ज्यादा का निर्माण हो चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण के लिए प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर संबंधित मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव, पंचायत रोजजगार सेवक, किसान सलाहकार, कार्यपालक सहायक, प्रखंड समन्वयक, स्वच्छाग्रही, आदि का कोरोना प्रोटोकॉल को
ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष वाहिदा सरवर, जिप उपाध्यक्ष नीरज सिंह उ़र्फ छोटू सिंह, उप विकास आयुक्त मनोज कुमार ,नगर आयुक्त जीउत सिंह, अपर समाहर्ता केडी प्रौज्जवल, सिविल सर्जन एसके वर्मा, निदेशक डीआरडीए, डीपीओ आईसीडीएस, जिला कृषि पदाधिकारी, डीपीएम जीविका, डीपीआरओ, जिला जल एवं स्वच्छता समिति समन्वयक, जिला सलाहकार एसएलएमए, सलाहकार आईईसी, कार्यपालक अभियंता व सहायक अभियंता मनरेगा के अलाव वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी प्रखंड के सभी अधिकारी, प्रखंड प्रमुख व चयनित 60 पंचायत के मुखिया जुड़े हुए थे।
तीन पंचायतों में वेस्ट प्रोसेसिग यूनिट का होगा निर्माण
डीएम ने बताया कि पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले के तीन पंचायत पूर्णिया पूर्व के चांदी, कसबा के गुरही और रुपौली प्रखंड के कोयली सीमरा पश्चिम पंचायत में ओडीएफ प्लस के तहत ठोस कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू किया गया था। इसके लिए 37 वार्डों के 8800 घरों में दो-दो डस्टबीन का वितरण किया गया था। साथ ही 78 लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध करवाया गया है। अब फेज दो के तहत तीनों पंचायत में कचरा प्रोसेसिग यूनिट की भी स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब अभियान के तहत 70 फीसद की राशि केंद्र सरकार व 30 फीसद 15 वीं वित्त आयोग की राशि से खर्च की जाएगी। अभियान के तहत छूटे हुए परिवारों का सर्वे कर व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण भी करवाया
जाएगा।
लोगों की शिकायत के लिए कोषांग का गठन
जिलाधिकारी ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को लगातार शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही एक बार फिर स्वच्छता ग्रहियों को एक्टिवेट कर टूटे-फूटे शौचालयों की मरम्मत के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। जिलास्तर पर लाभुकों की शिकायत के निवारण के लिए कमिटी का भी गठन किया गया है। इसमें जिलास्तर पर डीआरडीए निदेशक व जिला पंचायती राज पदाधिकारी व प्रखंड स्तर पर बीडीओ को नोडल बनाया गया है।वे लाभुकों के किसी भी तरह की शिकायतों का निराकरण करेंगे।