पशुचारे की किल्लत से पशुपालक हो रहे परेशान
पूर्णिया। पशुचारे की किल्लत होने तथा चारे के बढ़ते दाम से पशुपालक किसान काफी परेशान हैं। इसके चलते अ
पूर्णिया। पशुचारे की किल्लत होने तथा चारे के बढ़ते दाम से पशुपालक किसान काफी परेशान हैं। इसके चलते अब कई किसान अपने मवेशियों को बेचने का भी मन बनाने लगे हैं।
बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लोग अपने दरवाजे पर गाय, भैंस और बैल रखना अपनी शान समझते थे। वहीं अब पशु चारा की किल्लत होने हो जाने से पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर बाजार में मिल रहे चारे की कीमत में भारी वृद्धि होने से सभी पशुपालकों के लिए पशु चारा खरीद पाना कठिन हो गया है।
क्या कहते हैं किसान :
बायसी प्रखंड के खुटिया पंचायत के मो. जाहिद का कहना है कि पहले उनके पास करीब आधा दर्जन गायें और बैल उसके दरवाजे पर बंधे रहते थे। लेकिन चारे की कमी के कारण अब उनके लिए मवेशी पालना मुश्किल हो गया है। वहीं मल्हरिया के मनोज कुमार ने बताया कि मवेशी का चारा काफी महंगा हो गया है। विशेषकर गेहूं की भूसी की कीमत लगभग 14 रुपये प्रतिकिलो है। धान का पुआल 5 रुपये प्रति पुल्ला हो गया है। ऐसे में मवेशियों को पालन-पोषण मुश्किल हो गया है। ऐसे में बेहतर होगा कि बाजार से दूध खरीदकर खाया जाए। मवेशी के व्यापारी मो. जुल्कर ने बताया कि इन दिनों मवेशियों के कीमत में काफी कमी आई है। पशुपालक औने-पौने दाम पर मवेशी बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसान मवेशी पालने में सक्षम नहीं है। किसान मो. जावेद के बताया कि बायसी क्षेत्र में सरकार भूमि की कमी है। सरकारी भूमि यदि है भी तो लोग उसे कब्जे में लेकर फसल उपजा रहा है। ऐसे में मवेशी चारा के लिए कहां जाए।