कॉलेज से अतिक्रमन हटाने के लिए डीएम को सौंपा ज्ञापन
पूर्णिया। भूमाफिया के द्वारा अतिक्रमित किए एमएल आर्य कॉलेज, कसबा की जमीन को खाली कराने के लिए शनिवा
पूर्णिया। भूमाफिया के द्वारा अतिक्रमित किए एमएल आर्य कॉलेज, कसबा की जमीन को खाली कराने के लिए शनिवार को कॉलेज के एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा।
शिष्टमंडल में शामिल एमएल आर्य कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुहम्मद कमाल, प्रधान लिपिक गणपति प्रसाद साह, पूर्ववर्ती छात्र संघ अध्यक्ष बमबम साह, सचिव गौरव यादव तथा भाजपा प्रदेश नेता मनोज कुमार मोदी ने आवेदन के माध्यम से बताया कि 1971 में स्थापित एमएल आर्य कॉलेज कसबा को भूदाताओं द्वारा 16 एकड़ 3 डिसमिल जमीन दान में दी गई थी। किंतु कुछ वर्षों से दान की भूमि पर भू माफियाओं की नजर लग गई है। इसी कारणवश कॉलेज की 21 डिसमिल जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। हालांकि सीओ के निर्देश पर 29 अगस्त, 2015 में पूरी भूमि की पैमाइश कर कॉलेज द्वारा सीमांकन भी कराया गया था। ¨कतु मापी प्रतिवेदन अंचल कार्यालय द्वारा अबतक कॉलेज को नहीं दिया गया। दोबारा 24 अक्टूबर, 2016 को कॉलेज की भूमि की पैमाइश कराई गई। ¨कतु इस बार भी सीओ कार्यालय ने कॉलेज को मापी प्रतिवेदन नहीं सौंपा। इस बाबत कई बार अंचल कार्यालय से रिपोर्ट की मांग की गई।
सदर अनुमंडलाधिकारी पूर्णिया के द्वारा अंचलाधिकारी कसबा को मापी प्रतिवेदन उपलब्ध करवाने एवं अपनी देखरेख में कॉलेज की चारदीवारी निर्माण कार्य करवाने का निर्देश दिया गया था। ¨कतु इस आदेश के एक वर्ष बाद भी अंचल कार्यालय द्वारा अब तक महाविद्यालय को दो बार हुई मापी का प्रतिवेदन नहीं दिया गया है। पुन: अंचलाधिकारी कसबा द्वारा पुन: कॉलेज की जमीन की तीसरी बार मापी का निर्देश दिया गया है। जिला पदाधिकारी को सौंपे गए आवेदन में इस बात का जिक्र है कि कॉलेज में नवनिर्मित महिला छात्रावास के आसपास की भूमि पर भी स्थानीय दुकानदार द्वारा अतिक्रमण कर दुकान तथा घर का निर्माण कर लिया गया है। जिला पदाधिकारी ने पूरे शिष्टमंडल की बातें सुनने के बाद भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर रवि राकेश को जांच का निर्देश दिया है।