पूर्णिया विवि में यूजी में 2019 से हर हाल में लागू होगा सेमेस्टर सिस्टम : वीसी
पूर्णिया। पूर्णिया विवि के स्नातक कोर्स (यूजी) में वर्ष 2019 से सेमेस्टर सिस्टम लागू होगा। इस संबं
पूर्णिया। पूर्णिया विवि के स्नातक कोर्स (यूजी) में वर्ष 2019 से सेमेस्टर सिस्टम लागू होगा। इस संबंध में मंगलवार को पूर्णिया विवि के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक में इसको लागू करने को लेकर सुझाव मांगे गए। प्रधानाचार्यों ने इसको लागू करने में अपनी सहमति देते हुए पुराने पाठ्यक्रमों में बदलाव की मांग की साथ ही कहा कि इसके लिए महाविद्यालयों में शिक्षकों की पर्याप्त संख्या होनी चाहिए। कुलपति प्रो. राजेश ¨सह ने कहा कि विवि में सीबीसीएस (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) को लागू करने के पहले यूजी में सेमेस्टर सिस्टम को लागू करना जरूरी है। यह समय की मांग है और आने वाले समय में इसे लागू करना ही है। सिर्फ इसके लिए माइंड सेट बदलने की जरूरत है। उन्होंने इसके क्रेडिट सिस्टम को भी बताया और कहा कि यूजी के प्रत्येक पार्ट में होने वाले 500 अंक की परीक्षा को सेमेस्टर सिस्टम में दो-तीन के अनुपात में वितरण किया जा सकता है। विवि इसे बीए, बीएससी और बीकॉम कोर्स में लागू करने के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है जो 22 जून तक अपनी रिपोर्ट देगी।
सेमेस्टर सिस्टम की तैयारी अभी से शुरू कर देनी है। सेमेस्टर सिस्टम में कॉपी पर 70 अंक और कॉलेज स्तर पर एसाइनमेंट, प्रोजेक्ट और सेमिनार पर 30 अंक होता है।
दिसंबर 2018 तक सत्र होगा नियमित
बैठक में वीसी प्रो राजेश ¨सह ने कहा कि पूर्णिया विवि दिसंबर 2018 तक सत्र को नियमित करने की हर संभव कोशिश करेगा। इसके लिए यूजीसी गाइड लाइन के अनुसार 90 दिनों के अंदर अतिरिक्त वर्ग कक्ष का आयोजन कर कोर्स को पूरा किया जा सकता है। विवि बीए पार्ट वन 2016-17 और 2017-18 की परीक्षाएं आयोजित करेगा। इसका रजिस्ट्रेशन भी पूर्णिया विवि करेगा। बीए पार्ट वन के 2016-17 के छात्रों के रजिस्ट्रेशन में दोनों विवि का रजिस्ट्रेशन नंबर रहेगा। इसके लिए विवि अंतर्गत सभी महाविद्यालयों से 2016-17 के रोल सीट की कॉपी और 2017-18 का रजिस्ट्रेशन सूची जमा ली गई। उन्होंने कहा कि विवि गठन के ढाई महीने बाद भी इसके लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिला। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि पूर्णिया विवि अपने स्तर से कामकाज शुरू करेगा। यूजी, पीजी के अलावा मेडिकल, इंजीनिय¨रग, लॉ और वोकेशनल कोर्स की परीक्षा विवि अपने स्तर से आयोजित करेगा। फारबिसगंज कॉलेज द्वारा बीएड की परीक्षा के परीक्षा फॉर्म भरने को लेकर दिशा-निर्देश मांगा। महाविद्यालय का कहना था कि 2016-18 सत्र के एक सेमेस्टर की परीक्षा बीएनएमयू द्वारा ली गई है। फिलहाल परीक्षा फॉर्म भरने का कार्य चल रहा है। ऐसी स्थिति में क्या किया जाए। इसके जवाब में वीसी द्वारा कहा गया कि अब सभी परीक्षाएं पूर्णिया विवि आयोजित करेगा। परीक्षा फॉर्म और राशि पूर्णिया विवि में जमा होगा। इसके लिए जल्द ही प्रस्ताव लिया जाएगा।
स्नातक कोर्स में ओएफएसएस से होगा नामांकन
इस वर्ष से कॉलेज के स्नातक कोर्स में ओएफएसएस (ऑनलाइन फेसिलिएशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट) प्रणाली से फॉर्म भरा जाएगा। ग्रामीण स्तर तक इसके प्रचार-प्रसार के लिए उन्होंने प्रधानाचार्यों से सुझाव मांगा। इसके लिए सभी कॉलेजों को इसके लिए विज्ञप्ति जारी करने को कहा गया। इसमें 20 कॉलेज का ऑप्शन होगा। कट ऑफ में जिस कॉलेज के लिए चयन होगा। वहां की सूची में नाम आ जाएगा। इसी सूची के आधार पर कॉलेज को नामांकन लेना है। इसमें विषयवार और कोटिवार लिस्ट आएगा। छात्रों की सुविधा के लिए चार हेल्पलाइन सेंटर बनाया गया है। यह सेंटर पूर्णिया कॉलेज, डीएस कॉलेज कटिहार, एमजेएम कॉलेज कटिहार, अररिया कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज में काम करेगा। इसके लिए पूर्णिया विवि के 32 कॉलेज की सूची जमा की गई है। कॉलेजों को अपना मेल जांच करते रहना होगा। नामांकन को लेकर विवि द्वारा प्रोस्पेक्टस तैयार किया जा रहा है। विवि प्रोस्पेक्टस ही कॉलेज द्वारा छात्रों को दिया जाएगा। ओएफएसएस के लिए काउंसिल द्वारा हेल्पलाइन सेंटर में एक-एक एक्सक्यूटिव दिया गया है। जो छात्र की समस्याओं का समाधान करेंगे। सभी कॉलेजों में काउंसि¨लग और नामांकन की एक तिथि विवि द्वारा दी जाएगी। नामांकन के अंतिम दिन सभी कॉलेज को सॉफ्ट कॉपी में यह डाटा जमा करना होगा। प्रत्येक कॉलेज में एक नामांकन कमेटी शीघ्र बनाने का निर्देश दिया। विवि स्तर पर भी यह कमेटी होगी। जिससे कॉलेज की कमेटी समन्वय स्थापित करेगी। नामांकन के बाद खाली सीट पर बाद में निर्णय लिया जाएगा। सरकारी और प्राइवेट कॉलेज के नामांकन शुल्क में एकरूपता लाई जाएगी। इस मौके पर कुलपति प्रो. राजेश ¨सह, रजिस्ट्रार डॉ केके चौधरी, विभिन्न संकायाध्यक्ष, डीएसडब्लू डॉ शब्बीर हुसैन, प्रोक्टर डॉ अंजनी मिश्रा, सभी कॉलेज के प्रधानाचार्य आदि मौजूद थे।