छठ पर्व पर न लगेगा मेला न आयोजित होगें सांस्कृतिक कार्यक्रम
पूर्णिया। कोविड-19 के साये में हो रहे छठ पर्व को लेकर भी जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी क
पूर्णिया। कोविड-19 के साये में हो रहे छठ पर्व को लेकर भी जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दिया है। पूजा को लेकर छठ घाटों पर सोशल डिस्टेसिग के अनुपालन को लेकर पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए घाटों पर किसी तरह का मेला लगाने अथवा जागरण कार्यक्रम व सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि के आयोजन पर भी रोक लगा दिया गया है।
दीपावली का त्योहार खत्म होते ही महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है। श्रद्धालु जहां पूजन की तैयारी में जुटे हैं। वहीं जिला प्रशासन भी सुरक्षित त्योहार मनाए जाने को लेकर कवायद कर रही है। इसी सिलसिले में प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए गाइडलाइन जारी किया है।
लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व 18 नवंबर को नहाय -खाय के साथ शुरू हो रहा है। 19 नवंबर को खरना, 20 नवंबर को सांध्य कालीन अर्घ्य के अलावा 21 नवंबर को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय महापर्व समाप्त हो जाएगा। कोरोना संक्रमण काल में आयोजित होने वाले इस महापर्व को लेकर गृह विभाग ने गाइडलाइन जारी करते हुए सभी जिलाधिकारी को नियमों का पालन करवाने का निर्देश दिया है। गृह विभाग ने जिला प्रशासन को स्थानीय छठ पूजा समितियों के साथ-साथ वार्ड पार्षद, पंचायती राज प्रतिनिधियों के अलावा अन्य गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए व्यापक प्रचार -प्रसार करने का निर्देश दिया है। गृह विभाग ने छठ घाट पर सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन करवाने के साथ-साथ घाट पर भी मास्क के इस्तेमाल का निर्देश दिया है। वहीं ग्रामीण एवं शाहरी क्षेत्र के वैसे तालाब जहां अर्घ्य देने की अनुमति दी जाएगी वहां नगर निकाय और ग्राम पंचायत के माध्यम से अर्घ्य देने के पहले और बाद में सेनेटाइज करवाने का निर्देश दिया है। छठ घाटों पर सा़फ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ-साथ बैरिकेडिग आदि को भी समय-समय पर सेनेटाइज करवाने का निर्देश दिया है। प्रशासन ने छठ पूजा के दौरान 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति एवं 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, बुखार से ग्रस्त लोगों के अलावा गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्तियों को घर पर ही रहने की सलाह दी है। जिला प्रशासन छठ पूजा के दौरान स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस बलों की तैनाती के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम को भी घाट पर प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया है।