पूनम को मिला गोल्डन कार्ड का लाभ, बची जान
- संक्रमण के बाद बच्चेदानी का सदर अस्पताल में हुआ ऑपरेशन - योजना का लाभ पहुंचाने में अस्प
- संक्रमण के बाद बच्चेदानी का सदर अस्पताल में हुआ ऑपरेशन
- योजना का लाभ पहुंचाने में अस्पताल राज्य में अव्वल
कोट के लिए -
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीबों को पांच लाख तक इलाज मुफ्त होता है। अस्पताल में एक अलग आयुष्मान काउंटर खुला है। इसमें कोई जाकर जानकारी ले सकते हैं।
डॉ. उमेश शर्मा, सिविल सर्जन
जागरण संवददाता,पूर्णिया: आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पांच लाख तक मुफ्त चिकित्सा का प्रावधान है। गोल्डन कार्ड बनवा कर सूचीबद्ध लोग इसका लाभ उठा सकते हैं। इस योजना का लाभ आम लोगों को अब मिलने लगा है। सदर अस्पताल में केनगर चनका की रहने वाली पूनम देवी को 22 हजार के पैकेज का मुफ्त ऑपरेशन सफलता पूर्वक किया गया। बच्चा दानी में संक्रमण के बाद पूनम के परिजन निजी अस्पताल में लेकर गए जहां तीस से 35 हजार तक का खर्चा बताया गया। इतने पैसे उनलोगों के पास नहीं थे। किसानी से किसी भी तरह से उनका काम चलता है। सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है। यहां पर गोल्डन कार्ड के बारे पूछा गया तो उनके पास नहीं था। काला कार्ड और आधार कार्ड मांगा कर जब चेक किया गया है लाभार्थी की सूची में नाम था। उसके बाद पूनम के परिवार का गोल्डन कार्ड बनाया गया। उसी आधार पर पंजीकरण किया गया। मरीज की भर्ती ली गई। भर्ती के बाद चिकित्सक ने बच्चेदानी का ऑपरेशन करने की बात कही। आयुष्मान योजना के अंतर्गत इसके लिए 22 हजार का पैकेज तय हुआ है लेकिन इसमें मरीज को एक रुपया भी नहीं खर्चा करना पड़ा। दवा से लेकर सभी तरह का उपचार निशुल्क किया गया।अब पूनम देवी बिल्कुल स्वस्थ्य है। उन्हें प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ के बारे बताया गया तो उन्होंने सभी का धन्यवाद किया। चिकित्सक डॉ. जेपी यादव और डॉ. सुष्मिता सौरभ ने मरीज पूनम का सफल ऑपरेशन किया। पूनम के परिजन ने बताया कि उनके लिए इलाज का खर्चा उठाना संभव नहीं था। उन्हें जमीन बेचकर ही इलाज करवाना पड़ता। ऐसे में उनकी जीविका ही चली जाती है। आयुष्मान योजना के कारण उनकी जीविका बच गई।
योजना का लाभ पहुंचाने में अस्पताल अव्वल -:
सदर अस्पताल आयुष्मान योजना का लाभ पहुंचाने में अव्वल रहा है।
अबतक यहां पर 5 हजार 956 गोल्डन कार्ड बन चुका है। 2600 मरीजों के इलाज का बाद उसका क्लेम भेजा गया है। इसमें 70 फीसद क्लेम की राशि भी अस्पताल को मिल चुकी है। जिले में भी सूचीबद्ध सभी लोगों को गोल्डन कार्ड मिशन मोड पर बनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत सरकारी और निजी क्लिनिक सूचीबद्ध है। जिले में 12 निजी अस्पताल भी सूचीबद्ध हैं जहां पर मरीज लाभ ले सकते हैं। इसके साथ ही अन्य निजी अस्पताल को भी इससे जोड़ा जा रहा है। यह योजना स्वास्थ्य बीमा है जिसके अंतर्गत पांच लाख तक इलाज मुफ्त मिलता है।