शहर में भी घुसा बाढ का पानी, 200 परिवार प्रभावित
पूर्णिया: बाढ़ का पानी धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करने लगा है। बायसी अनुमंडल के बाद जलाल
पूर्णिया: बाढ़ का पानी धीरे-धीरे विकराल रूप धारण करने लगा है। बायसी अनुमंडल के बाद जलालगढ, श्रीनगर प्रखंडों के गांवों को चपेट में लेने के बाद शहर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। शहर के वार्ड नं 41 और 42 के निचले इलाके में बाढ का पानी घुस गया है। बाढ से उक्त दोनों वार्डों के करीब 200 लोग प्रभावित हो गये हैं जो मवि खुश्कीबाग में शरण लिए हुए हैं।
पिछले करीब 15 दिनों से जारी लगातार बारिश के कारण जिले से गुजरी नदियों का जलस्तर काफी बढ गया है। परमान, महानंदा, बकरा नदियां पहले से ही ऊफान पर है अब सौरा नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है। सोमवार और मंगलवार को हुई भारी बारिश के बाद सौरा नदी का पानी शहर के निचले इलाके में प्रवेश कर गया है। वार्ड 41 और 42 के निचले इलाके में पानी प्रवेश कर जाने के कारण करीब 200 की आबादी प्रभावित हो गई है। उक्त वार्ड के नया टोला, बजरंग टोला, बंगाली टोला आदि मोहल्ले में पानी प्रवेश कर गया है। प्रभावित लोगों को घर छोड़कर ऊंचे स्थल पर शरण लेना पड़ा है। क्षेत्र के मध्य विद्यालय में बाढ़ पीडित लोगों ने शरण ले रखी है। उनका सभी सामान पानी में बर्बाद हो चुका है। वे लोग अब प्रशासनिक मदद की आस लगाए बैठे हैं। लेकिन अभी तक प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है।
ज्ञात हो कि भारी बारिश से पहले ही परमान, महानंदा, बकरा आदि नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। ये नदिया बायसी अनुमंडल के चार प्रखंडों में भयानक तबाही मचा रही है। अनुमंडल के
के दो दर्जन से अधिक पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। बाढ से बायसी अनुमंडल की करीब साढे पांच लाख की आबादी प्रभावित है। वहां 55 से अधिक शिविर शुरू किए गए हैं जहां लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं अब शहर में भी पानी घुस जाने से स्थिति और विकराल हो गई है।