जलनिकासी पर लाखों खर्च पर फिर भी जलजमाव
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार शनिवार देर रात से रविवार दोपहर तक हुए लगातार बारिश ने नगर निगम के जलनिकासी की व्यवस्था का पोल खोल दिया। जलनिकासी का बेहतर व्यवस्था का दावा करने वाला नगर निगम का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर पानी-पानी हो गया।
पूर्णिया । मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार शनिवार देर रात से रविवार दोपहर तक हुए लगातार बारिश ने नगर निगम के जलनिकासी की व्यवस्था का पोल खोल दिया। जलनिकासी का बेहतर व्यवस्था का दावा करने वाला नगर निगम का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर पानी-पानी हो गया। पानी से शहर के कई हिस्सों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हुई वहीं कई निचले क्षेत्र में पानी लोगों के घरों में घुस गया। करीब दस घंटे के तेज बारिश होने से जलनिकासी के लिए बने मुख्य नाला और शाखा नाला किनारे बसे लोगों को काफी परेशानी हुई। पानी के तेज बहाव के कारण नाला ओवरफ्लो हो गया और नाला किनारे बसे लोगों के घरों में पानी घुस गया। रातभर हुई बारिश के बाद सुबह जगने पर लोगों ने देखा आसपास का क्षेत्र तालाब बन गया है और घर के अंदर में पानी लगा हुआ है। शहर के लालगंज और भगैलू साह नाला किनारे बसे सैकड़ों लोगों के घरों में नाले का पानी ओवरफ्लो होकर का घुस गया। वहीं नाला के आसपास का इलाका जलमग्न हो गया। इस कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। शहर के मधुबनी क्षेत्र का मधुबनी मोहल्ला का अधिकांश हिस्सा, जयप्रकाश कालोनी, खजांची हाट मोहल्ला, माधोपाड़ा मौलवी टोला, हाउसिग कालोनी, गिरिजा चौक लालगंज नाला से सटे क्षेत्र, भगैलू साह नाला किनारे वार्ड नंबर 25 सहित कई मोहल्ला तालाब में तब्दील हो गया। जलनिकासी नहीं होने के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया। दिनभर लोगों को पानी के बीच निकलकर कठिनाइयों का सामना कर आवाजाही करनी पड़ी। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर प्रतिवर्ष जलनिकासी के नाम पर नाले की सफाई कार्य को लेकर लाखों रुपये खर्च करने वाले नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या क्यों बरकरार है।अगर नाले की सफाई और जलनिकासी को लेकर नगर निगम काम कर रहा है तो शहरी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या क्यों उत्पन्न हो रही है। क्या नाले की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। निगम के अधिकारी एवं सफाई विभाग से जुड़े अधिकारी नाले की साफ-सफाई की समुचित निगरानी नहीं करते हैं अन्यथा नाले की सफाई के नाम पर सिर्फ दिखावा किया जाता है। नाला सफाई के दिखावे का दंश शहरवासियों को झेलना पड़ता है। बरसात के मौसम में इस तरह की समस्या को लेकर शहरवासी नगर निगम के कार्यशैली को कोस रहे हैं।
कच्ची नाले के भरोसे जलनिकासी::
शहर के बीचोंबीच गुजरने वाले लालगंज नाला शहर का मुख्य नाला है। यह नाला कच्ची है और अधिकांश जगहों पर अतिक्रमण के शिकार हो चुका है। अतिक्रमण के कारण नाले की चौड़ाई कम हो जाने से समुचित जलनिकासी नहीं हो पाती है। वहीं जगह-जगह जंगल और गाद व कचरा जम जाने के कारण पानी अवरूद्ध हो जाता है और ओवरफ्लो के कारण आसपास के आवासीय क्षेत्र में पानी फैलने लगता है। वहीं मुख्य नाले में अन्य शाखा नाला को जोड़ने वाले स्थान पर भी कोई बेहतर व्यवस्था नहीं की जाती है। इस कारण जहां-जहां मुख्य नाला में अन्य शाखा नाला का जुड़ाव हुआ है वहां पानी का तेज बहाव के कारण ओवरफ्लो के कारण स्थिति और अधिक दयनीय हो जाती है। आसपास को लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।
मोहल्ले का नाला मुख्य नाला से नहीं हो रहा कनेक्ट::
नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्य के तहत कई गली-मोहल्ले में नाले का निर्माण कराया गया है। नाला निर्माण के बावजूद लोगों को जलनिकासी की समस्या से राहत नहीं मिल पा रही है। नाला का निर्माण तो करा दिया जाता है लेकिन उस नाले से जलनिकासी के लिए किसी मुख्य या शाखा नाला में नहीं जोड़ा जाता है। इस कारण नाला निर्माण होने के बाद वह जाम हो जाता है और जलनिकासी नहीं हो पाती है। इसके लिए शहरी क्षेत्र के गली-मोहल्ले में बनने वाले नाले से जलनिकासी के लिए मुख्य या शाखा नाले में कनेक्ट करने की जरूरत है।