बिहार: डबल नहीं ट्रिपल मर्डर हुआ था पूर्णिया में, तीसरा शव भी पुलिस ने किया बरामद
बिहार के पूर्णिया में हुई अंधाधुंध फायरिंग में डबल नहीं बल्कि ट्रिपल मर्डर हुआ था। मौजमपट्टी में हुए गैंगवार में रविवार को तीसरा शव भी बरामद हो गया है। वहीं लोग अभी सहमे हुए हैं
पटना [जेएनएन]। बिहार के पूर्णिया में हुई अंधाधुंध फायरिंग में डबल नहीं, बल्कि ट्रिपल मर्डर हुआ था। मौजमपट्टी में हुए गैंगवार में रविवार को तीसरा शव भी बरामद हो गया है। तीसरे मृतक की पहचान वकील यादव के रूप में की है। अपराधियों ने शनिवार की शाम खदेड़ कर सबों की हत्या कर दी थी।
पूर्णिया के रघुवंश नगर ओपी के मोजमपट्टी गांव शनिवार की शाम उस समय दहल गया, जब आठ मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए 20 अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। इस दौरान अपराधियों ने लगभग 30-40 राउंड फायरिंग की थी। इससे वहां पर अफरातफरी मच गई।
पुलिस के अनुसार अपराधियों द्वारा चलाई गई गोली से रामाकांत यादव, नीरज यादव एवं वकील यादव की मौत हो गई। हालांकि कल दो शव मिलने के कारण दो के मारे जाने की बात कही जा रही थी। लेकिन रविवार को साफ हो गया कि घटना में तीन लोग मारे गये थे। तीसरे मृतक वकील यादव का शव रविवार को मिला।
बता दें कि फायरिंग की वारदात के बाद सभी अपराधी हथियार लहराते हुए आराम से बथनाहा की ओर भाग निकले। बताया जाता है कि जिस रमाकांत यादव की गोली मारकर हत्या की गई, उनके भाई प्रमोद कुमार यादव मध्य विद्यालय सुखिया में शिक्षक थे। 1995 में उनकी भी हत्या कर दी गई थी।
इधर रविवार को भी पूर्णिया के सीनियर पुलिस अधिकारी घटनास्थल का जायजा लिया। छानबीन की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी हाल में अपराधी नहीं बचेंगे। वहीं घटना को लेकर इलाके के लोगों में दहशत है। फिलहाल घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस पहुंच कैप कर रही है। डरे-सहमे स्थानीय लोग पूरी घटना को लेकर खुले तौर पर घटना के दूसरे दिन भी मुंह खोलने से परहेज कर रहे हैं।