कोरोना टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का तैयार हो रहा डेटाबेस
पूर्णिया। जिले में कोरोना के सक्रिय मामले की संख्या अब 159 रह गई है। रोजाना संक्रमित की स
पूर्णिया। जिले में कोरोना के सक्रिय मामले की संख्या अब 159 रह गई है। रोजाना संक्रमित की संख्या में कमी हो रही है। अब संक्रमण दर दो फीसद से कम है। बावजूद महामारी का डर लोगों के बीच से गया नहीं है। इसका खतरा बना हुआ है। इसलिए अभी लोगों को बचाव के लिए सावधानी ही एक मात्र उपाय है। वैक्सीन वर्ष के अंत तक आने की उम्मीद के बीच स्वास्थ्य विभाग ने जिले में सिविल सर्जन को पत्र लिख कर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को फिल्ड वर्कर जो कोरोना बचाव के लिए किसी भी स्तर पर जुड़े थे वैसे लोगों का डाटाबेस तैयार करने का निर्देश दिया है। कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अब आखिरी चरण में है। अबतक मिली सफलता को देखते हुए जल्द ही यह आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा। सीमित आपूर्ति के कारण कई चरणों में प्राथमिकता के आधार पर लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। पूर्णिया जिला से अन्य जिले अन्य वैक्सीन की आपूर्ति होती है। यहां पर वैक्सीन रखरखाव की सुविधा उपलब्ध है।
प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मी को जिसमें चिकित्सक, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविका और अन्य फिल्ड वर्कर जो कोरोना रोगियों को दवा उपलब्ध कराने या फिर स्वास्थ्य विभाग के कार्यों से जुटे हैं। वैसे कोरोना योद्धाओं का फोन नंबर, आईडी नंबर, आधार नंबर के साथ तमाम विस्तृत विवरण तैयार किया जा रहा है। वैक्सीन सीमित मात्रा में पहले खेप में उपलब्ध होगी। डाटाबेस तैयार करने का उद्देश्य वैक्सीन सही व्यक्ति तक पहुंचाना है। सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण की दर काफी कम है। यह 2 फीसद तक पहुंच गया है। इसके साथ ही रिकवरी दर काफी अधिक है। वर्तमान में जिले में रिकवरी दर 90 फीसद से भी अधिक पहुंच गई है। संक्रमण दर कम और रिकवरी दर अधिक होने से अब सक्रिय मरीजों की संख्या 159 रह गई है। जिले में टेस्ट की संख्या भी काफी बढ़ गई है। अबतक जिले में 3 लाख 82 हजार 840 सैंपल की जांच हो चुकी है। इसमें 7 हजार 855 संक्रमित हुए थे जिसमें 7 हजार 705 लोग ठीक हो चुके हैं। इसमें 20 लोगों की मौत जिले में अबतक हुई है। संक्रमितों में अधिकांश मरीज घर पर ही क्वरेंटीन है। कोट-
कोरोना टीकाकरण को लेकर अभी स्वास्थ्य कर्मियों समेत आंगनबाड़ी संबंधित वर्कर का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। जल्द इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा।
डॉ. उमेश शर्मा , सिविल सर्जन