चार वर्षों में नहीं बन पाया आंगनबाड़ी केंद्र का भवन
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पूर्णिया। सरकार ने प्री स्कू¨लग के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया है। निर्मित भवनों में केंद्र संचालन नहीं होकर अब भी व्यक्ति विशेष के दरवाजे पर तो कहीं दूसरे लोगों के दलान पर तो कहीं सेविका के दरवाजे पर केंद्र संचालित हो रहे हैं। कहीं-कहीं तो नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र पशुओं का आरामगाह बना हुआ है तो कहीं गंजेड़ियों का तथा शराबियों का अड्डा बना हुआ है। गुलाबचंद मेहता, बहादुर मेहता, संजय ¨सह, संतोष यादव सहित विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीणों का कहना है कि उच्चाधिकारी के बार-बार दिशा-निर्देश के बाद भी अभिकर्ताओं द्वारा भवन निर्माण का कार्य चार वर्षों में भी पूरा नहीं किया जा सका है। गंगापुर, सहुरिया सुभाय मिलिक, नौलखी, रामनगर फरसाही सहित अन्य पंचायतों में आंगनबाड़ी के नवनिर्मित भवन शोभा की वस्तु बने हुए हैं। गंगापुर अनुसूचित जाति टोले के ग्रामीणों ने बताया कि चार वर्षों से यहां पंचायत सेवक की लापरवाही से निर्मित भवन अब जर्जर होने लगा है। यहां शराबियों तथा गंजेड़ियों का अड्डा बना हुआ है। जानकारी दी गई कि भवन निर्माण मद में अभिकर्ता द्वारा सात लाख रुपये की निकासी की जा चुकी है बावजूद अभी तक खिड़की, दरवाजा, टाइल्स तथा प्लास्टर आदि के कार्य नहीं हो पाए हैं। इन बच्चों का भोजन दूसरे व्यक्ति के दरवाजे पर बनता है। ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारियों को बार-बार शिकायत किए जाने के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हो रहा है।