जिले में अब तक नहीं मिला है एक भी पॉजिटिव केस
पूर्णिया। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। बाहर से आने वाले ह
पूर्णिया। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। बाहर से आने वाले हर व्यक्ति पर स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर रख रही है तथा सभी को क्वारंटाइन अथवा आइसोलेशन में रखा जा रहा है। जिले में अब तक बाहर से आए 3610 लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है तथा सभी पर नजर रखी जा रही है। वहीं देश के दूसरे हिस्से एवं विदेश से आए 23 लोगों को सदर अस्पताल एवं होटलों में आइसोलेशन में रखा गया है। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि बाहर से आए एवं सभी संदिग्धों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की गठित टीम द्वारा अब तक 5068 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है जबकि सदर अस्पताल में 943 लोगों की जांच हुई है। बताया कि जिले में अब तक एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। जिला प्रशासन हर गतिविधि पर नजर रख रही है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता एवं आपूर्ति सामान्य है तथा पूरी तरह से लॉक डाउन का अनुपालन किया जा रहा है। कहा कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने सभी लोगों से अपने-अपने घरों में रहने की अपील की है तथा कहा है कि कोरोना को हराने का यही सबसे उचित उपाय है।
जिले में विदेश से आए 136 लोग
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉक डाउन लागू किया गया है। लेकिन लॉकडाउन के कारण दूसरे प्रदेशों में रोजी-रोजगार के लिए गए लोगों के समक्ष रहने-खाने की समस्या खड़ी हो गई। ऐसे में वे लोग जैसे-तैसे अपने घरों को लौटने लगे। कोई पैदल तो कोई रिक्शा तो कोई जुगाड़ गाड़ी से ही घरों को लौटने लगे। ऐसे में दूसरे प्रदेशों से कोरोना वायरस का संक्रमण यहां भी फैलने का खतरा बढ़ गया। तब सरकार ने बाहर से आने वाले सभी लोगों को पंचायत के स्कूलों अथवा चिह्नित स्थानों पर आइसोलेशन सेंटर बना कर रखने का निर्देश दिया। वहीं विदेश से आने वालों को होटलों को अधिग्रहित कर वहां क्वारंटाइन में रखने का निर्देश दिया। जिला प्रशासन से मिली जानकारी अनुसार दूसरे प्रदेशों से अब तक जिले में 3971 लोग आए हैं जबकि विदेश से 136 लोग पहुंचे हैं।
16 होटलों को आइसोलेशन सेंटर के लिए रखा गया है तैयार
विदेश एवं दूसरे प्रदेशो से आए संदिग्धों के आइसोलेशन के लिएजिले में 16 होटलों को तैयार रखा गया है। वहीं सदर अस्पताल में भी करीब 50 बेड तैयार हैं। होटलों में 517 कमरे आइसोलेशन वार्ड के लिए अधिसूचित किए गए हैं। अभी तक सदर अस्पताल में एक व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा गया है जबकि एक होटल में विदेश से आए 22 लोगों को आइसोलेट किया गया है। उन सभी की सेंपल जांच के बाद उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। हालांकि अभी तक जांच के लिए गए 41 लोगों में 35 की रिपोर्ट आई है जिसमें सभी निगेटिव पाए गए हैं।
गावों में 497 लोग रखे गए क्वारंटाइन में
राज्य में रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में यहां से मजदूर दूसरे प्रदेशों में काम के लिए पलायन करते हैं। लॉकडाउन में उन पर सामत आई है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार जिले के 5277 मजदूर दूसरे प्रदेशों में काम कर रहे हैं। जबकि दूसरे राज्यों के मजदूर भी जिले में काम कर रहे हैं। जिले में दूसरे प्रदेशों के मजदूरों की संख्या 160 बताई गई है। जिले में बाहर से आए मजदूरों के लिए आपदा राहत केंद्र और सामुदायिक रसोई भी खोले गए हैं। उन केंद्रों पर बाहर से आए मजदूरों के साथ गांव के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी खाने की व्यवस्था की जा रही है। जिले में शहरी क्षेत्र में तीन और ग्रामीण क्षेत्रों में 12 आपदा राहत केंद्र खोले गए हैं। जिला प्रशासन के अनुसार गांव में अब तक 635 और शहरी क्षेत्र में 460 कुल 1095 लोगों को खाना खिलाया गया है। जिला प्रशासन के अनुसार जिले में लॉकडाउन का अनुपालन सख्ती से कराया जा रहा है।