परिवार परामर्श केंद्र में 45 मामलों की हुई सुनवाई
जागरण संवाददाता पूर्णिया पुलिस कार्यालय में संचालित परिवार परामर्श केंद्र में कोरोना संक्र
जागरण संवाददाता, पूर्णिया : पुलिस कार्यालय में संचालित परिवार परामर्श केंद्र में कोरोना संक्रमण सुरक्षा के साथ शुक्रवार को मामलों की सुनवाई की गई। इस दौरान केंद्र के सदस्यों ने सोशल डिस्टेंस का पालन और मास्क पहनने की अनिवार्यता के निर्देश का सख्ती से पालन कराया। केंद्र में कुल 45 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 11 मामलों का निष्पादन किया गया। सात मामलों में पति पत्नी को समझा-बुझाकर उन्हें आपस में मिला दिया गया। वहीं तीन मामलों को काफी समझाने के बाद भी जब परिवार के सदस्य समझौता के लिए तैयार नहीं हुए तो उनके मामले को थाना अथवा न्यायालय से सुलझा लेने का सुझाव दिया गया।
कसबा थाना क्षेत्र की एक पत्नी की शिकायत थी कटिहार जिला स्थित हसनगंज निवासी उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है। उसे अपनी पत्नी से एक तीन साल की लड़की और एक 3 महीने की दूसरी लड़की है। प्रतिवादी पति द्वारा आरोप का खंडन किया गया। केंद्र के सदस्यों द्वारा समझाने बुझाने पर वह दूसरी पत्नी को भी ससम्मान बांड बनाकर ले गया। कसबा थाना क्षेत्र के बरेटा गढ़बनेली के एक पति ने मीरगंज स्थित अपनी पत्नी पर आरोप लगाया उसकी वैवाहिक जिदगी अच्छी तरह से गुजर रही थी। अचानक दो पुत्री को लेकर वह मायके चली गई काफी समझाने बुझाने के बाद इस बात पर समझौता हुआ कि वह मोबाइल से अपने मायके में बात करेगी तो ससुराल वाले द्वारा उसे नहीं रोका जाएगा। मां बाप को बेटी से मिलने में ससुराल द्वारा किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं की जाएगी। पति सभी शर्तों को मान लिया और इस प्रकार मामले में समझौता हुआ और खुशी-खुशी दोनों केंद्र से ही विदा हुए। सुनवाई के दौरान जलालगढ़ की भी एक पति-पत्नी को मिलाया गया। के नगर की एक पत्नी का अपने पति पर आरोप था कि वह गाड़ी चला कर जो कुछ भी कमा कर लाता है वह सब कमाई अपनी भाभी को दे देता है। केंद्र के समझाने बुझाने पर वह कमाई पत्नी के हाथ में देने के लिए तैयार हो गया और इस प्रकार मुकदमे में मेल मिलाप हो गया। डगरूआ थाना के कनहरिया बस्ती की एक विधवा पत्नी का आरोप था कि उसके पति की मृत्यु के बाद उसके देवर शराब पीकर उसके साथ छेड़खानी करता है। उसका नंदोषी भी उस पर बुरी ²ष्टि रखता है और फोन पर अश्लील बातचीत क्या करता है। केंद्र के सदस्यों ने दोनों को फटकार लगाई गई और बाउंड भी बनवाया गया। ससुर पर भी शराब पीने का इल्जाम था उसे भी शराब न पीने की हिदायत दी गई। इसके बाद विधवा बहू परिवार के सदस्यों के साथ रहने के लिए तैयार हुई। केंद्र के सदस्यों ने इस तरह के अन्य पारिवारिक मामले का सुनवाई के तहत समझौता कराकर मामले का निष्पादन किया।