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शहरी क्षेत्र में डोर-टू-डोर अभियान में चार दिनों में 14 हजार टीकाकरण

पूर्णिया। नगर निगम क्षेत्र में टीकाकरण के लिए अब डोर टू डोर मेडिकल टीम पहुंच रही है। एएनएम सर्वे के साथ छूटे हुए लोगों को प्रथम और द्वितीय डोज दे रही हैं। अबतक पांच दिवसीय अभियान के चार दिनों में 14 हजार डोज दिया जा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 11:52 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 11:52 PM (IST)
शहरी क्षेत्र में डोर-टू-डोर अभियान में चार दिनों में 14 हजार टीकाकरण
शहरी क्षेत्र में डोर-टू-डोर अभियान में चार दिनों में 14 हजार टीकाकरण

पूर्णिया। नगर निगम क्षेत्र में टीकाकरण के लिए अब डोर टू डोर मेडिकल टीम पहुंच रही है। एएनएम सर्वे के साथ छूटे हुए लोगों को प्रथम और द्वितीय डोज दे रही हैं। अबतक पांच दिवसीय अभियान के चार दिनों में 14 हजार डोज दिया जा चुका है। इस अभियान के माध्यम से शहरी क्षेत्र के टीकाकरण से वंचित सभी लोगों को एएनएम द्वारा टीका लगाया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में लोगों के टीकाकरण का एएनएम द्वारा सर्वे भी किया जा रहा है। जिले में 189 टीम इस कार्य में लगी हैं। निरीक्षण के लिए भी पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। घर-घर टीकाकरण अभियान द्वारा शहरी क्षेत्रों में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. विनय मोहन ने बताया कि 23 जुलाई से शहरी क्षेत्रों में घर-घर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। 23 जुलाई को 1335, 24 जुलाई को 2486, 25 जुलाई को 4679 और 26 जुलाई को 5963 लोगों को टीकाकरण हुआ। पिछले 04 दिनों के शहरी क्षेत्र में घर-घर टीकाकरण अभियान में अबतक कुल 14 हजार 463 लोगों को टीका लगाया गया। जिले में अब तब कुल 07 लाख 82 हजार 385 डोज दिया गया है। 06 लाख 55 हजार 14 लोगों प्रथम डोज और 01 लाख 27 हजार 371 द्वितीय डोज दिया गया है।

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सक्रिय मरीज की संख्या पांच -

अब सक्रिय मरीज की संख्या घट कर महज पांच रह गई है। टीकाकरण के पहले लोगों को कोविड टेस्ट भी किया जा रहा है। सभी पीएचसी में कोरोना जांच जारी है। जिले में वर्तमान में रिकवरी दर 99 फीसद है। स्वास्थ्य मंत्री का बयान हास्यास्पद : जाप

पूर्णिया । जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के उस बयान को हास्यास्पद बताया है, जिसमें उन्होंने कोरोना काल में आक्सीजन की कमी से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं होने की बात कही है। इसके अलावा विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के इस बयान को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है जिसमें कोरोना पर चर्चा कराने पर बिहार की बनामी होने की बात कही है। जाप प्रवक्ता राजेश यादव ने कहा कि अगर लोगों की मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई तो क्या लोगों ने खुदकशी कर ली । महामारी काल में पूर्व सांसद व पार्टी संरक्षक पप्पू यादव लगातार अस्पतालों में दिन रात मरीजों को आक्सीजन पहुंचा रहे हैं। सिर्फ पटना से लेकर पूरे बिहार में छोटे से बड़े आक्सीजन सिलिडर 20 से 50 हजार तक में बिक रहे थे। केंद्र सरकार ने भी दूसरे देशों से आक्सीजन की खेप मंगाई थी। अगर आक्सीजन से लोगों की मौत नहीं हो रही थी तो फिर यह सब क्या है । स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान साफ जाहिर होता है कि वे सिर्फ जुमला ही जानते हैं। उनकी कार्यशैली जुमलों वाली है। कहने को डबल इंजन की सरकार है। एक इंजन गैर जिम्मेदार वाला बयान देता है। दूसरा इंजन खामोशी से उसकी स्वीकृति देता है। आज जो लोग बोल रहे हैं, उन्होंने जनता के लिए कुछ नहीं किया। उस मुसीबत के वक्त में सिर्फ जान पर खेल कर लोगों को केवल पप्पू यादव मदद पहुंचा रहे थे। पप्पू यादव अस्पताल से श्मशान तक सेवा पहुंचा रहे थे।


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