BSEB Bihar Board 10th result 2019: क्या इस साल भी रहेगा बेटियों का जलवा? लग रहे कयास
BSEB Bihar Board 10th Matric result 2019 बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट छह अप्रैल को जारी होगा। क्या इस साल भी बेटियों का रिजल्ट बेहतर होगा इसे लेकर कयास लग रहे हैं।
By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 05 Apr 2019 06:41 PM (IST)Updated: Sat, 06 Apr 2019 12:02 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार बोर्ड की मैट्रिक 10वीं परीक्षा का रिजल्ट शनिवार को दोपहर बाद आने वाला है। बीते साल के रिजल्ट को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल भी रिजल्ट में बेटियों का जलवा रहेगा। साल 2018 में करीब 68 फीसद रिजल्ट रहा था। साथ ही टॉप थ्री में बेटियों ने ही जगह बनाई थी।
2018 में परीक्षा के पैटर्न में हुआ बदलाव
बता दें कि साल 2017 में कम रिजल्ट को लेकर बिहार बोर्ड की काफी किरकिरी हुई थी। साल 2017 में केवल 50.12 फीसद परीक्षार्थी ही सफल हुए थे। इसके बाद परीक्षा पैटर्न में बदलाव करते हुए 50 फीसद वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए। इसी का फायदा साल 2018 में परीक्षार्थियों को मिला था।
टॉप तीन में केवल बेटियों ने बनाई जगह
बिहार बोर्ड की 2018 की 10वीं की परीक्षा में सिमुलतला आवासीय स्कूल की छात्रा प्रेरणा राज 497 अंक लेकर बनी टॉपर बनीं थीं। दूसरे स्थान पर प्रज्ञा और शिखा कुमारी रहीं, जबकि तीसरा स्थान अनुप्रिया कुमारी ने हासिल किया था। वे सभी सिमुलतला स्कूल की छात्राएं थीं। 91.4 फीसद अंकों के साथ प्रेरणा राज टॉपर बनीं थीं। उन्हें 500 में 457 अंक मिले थे। टॉप टेन में शामिल 23 परीक्षार्थियों में 16 सिमुलतला स्कूल के ही थे।
इस साल 8,37,075 छात्राबों ने दी परीक्षा
साल 2018 में मैट्रिक की परीक्षा में 1770042 परीक्षार्थियों ने फार्म भरे थे, जिनमें 878794 छात्राएं शामिल थीं। इस साल की बात करें तो मैट्रिक परीक्षा, 2019 में सम्मिलित होने के लिए कुल 16,60,609 विद्यार्थियों ने फार्म भरे थे, जिनमें 8,37,075 छात्राएं हैं। कुल संख्या की बात करें तो इस साल छात्राओं की संख्या बीते साल से कम है।
इस साल भी बेहतर रिजल्ट की उम्मीद
बीते कुछ सालों से बिहार बोर्ड की मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा में बेटियों ने अच्छा रिजल्ट किया है। इसे देखते हुए उम्मीद है कि इस साल भी उनका प्रदर्शन बेहतर रहेगा। अब देखना यह है कि वे टॉपर्स लिस्ट में बेटों से आगे रहतीं हैं या नहीं।
2018 में परीक्षा के पैटर्न में हुआ बदलाव
बता दें कि साल 2017 में कम रिजल्ट को लेकर बिहार बोर्ड की काफी किरकिरी हुई थी। साल 2017 में केवल 50.12 फीसद परीक्षार्थी ही सफल हुए थे। इसके बाद परीक्षा पैटर्न में बदलाव करते हुए 50 फीसद वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए। इसी का फायदा साल 2018 में परीक्षार्थियों को मिला था।
टॉप तीन में केवल बेटियों ने बनाई जगह
बिहार बोर्ड की 2018 की 10वीं की परीक्षा में सिमुलतला आवासीय स्कूल की छात्रा प्रेरणा राज 497 अंक लेकर बनी टॉपर बनीं थीं। दूसरे स्थान पर प्रज्ञा और शिखा कुमारी रहीं, जबकि तीसरा स्थान अनुप्रिया कुमारी ने हासिल किया था। वे सभी सिमुलतला स्कूल की छात्राएं थीं। 91.4 फीसद अंकों के साथ प्रेरणा राज टॉपर बनीं थीं। उन्हें 500 में 457 अंक मिले थे। टॉप टेन में शामिल 23 परीक्षार्थियों में 16 सिमुलतला स्कूल के ही थे।
इस साल 8,37,075 छात्राबों ने दी परीक्षा
साल 2018 में मैट्रिक की परीक्षा में 1770042 परीक्षार्थियों ने फार्म भरे थे, जिनमें 878794 छात्राएं शामिल थीं। इस साल की बात करें तो मैट्रिक परीक्षा, 2019 में सम्मिलित होने के लिए कुल 16,60,609 विद्यार्थियों ने फार्म भरे थे, जिनमें 8,37,075 छात्राएं हैं। कुल संख्या की बात करें तो इस साल छात्राओं की संख्या बीते साल से कम है।
इस साल भी बेहतर रिजल्ट की उम्मीद
बीते कुछ सालों से बिहार बोर्ड की मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा में बेटियों ने अच्छा रिजल्ट किया है। इसे देखते हुए उम्मीद है कि इस साल भी उनका प्रदर्शन बेहतर रहेगा। अब देखना यह है कि वे टॉपर्स लिस्ट में बेटों से आगे रहतीं हैं या नहीं।
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