वादे केवल न रह जाएं इरादे इसके लिए पड़ताल कर संगिनियां करेंगी मतदान
पटना की महिलाएं जागरुक हैं। ये वादों और इरादों में फर्क समझती हैं। इनका मानना है कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों की नब्ज टटोल कर वोट डाले जाएंगे।
By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 10:30 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 10:30 AM (IST)
पटना, जेएनएन। मतदान से देश का भविष्य तय होता है। विकास की नींव रखने के लिए वोट करना जरूरी है। हर मतदाता अपने अधिकार और कर्तव्य को समझे, मतदान के दिन बूथ पर अनिवार्य तौर पर पहुंचे, इसी को ध्यान में रखते हुए बुधवार को एसबी रेसिडेंसी, बेली रोड फ्लाईओवर के पिलर नंबर 70 के पास दैनिक जागरण संगिनी क्लब की सदस्याओं द्वारा मतदाता जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने महिला सुरक्षा, नारी सशक्तीकरण, पर्यावरण, स्वास्थ्य, महंगाई, गरीबी उन्मूलन, रोजगार, शिक्षा में सुधार जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी।
महिलाओं की परेशानी समझने वाला हो नेता
पूनम देवा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट देने से पहले हमें ऐसे नेता को चुनना चाहिए, जो महिलाओं की परेशानी को भी समझे। घरेलू उपयोग होने वाले सामान को सस्ता करे। साथ ही महिला सुरक्षा पर भी ध्यान दे।
उम्मीदवार के विषय में लें पूरी जानकारी
अमृता ने कहा कि वोट तो हम सब को देना चाहिए। अगर हम वोट नहीं देंगे तो हमें कोई हक नहीं कि हम किसी भी नेता या पार्टी पर दोषारोपण करें। महिलाओं को वोट करने से पहले अपने उम्मीदवार के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
नहीं बनें प्रत्याशियों का वोट बैंक
हर्षिता रंजन ने कहा कि हमेशा महिलाओं और युवाओं को वोट बैक के रूप में यूज किया जाता है। इस बार हम महिलाएं वोट बैंक नहीं बनने वाली हैं। हम इस बार ऐसे नेता को चुन कर लाएंगे, जो हम महिलाओं की परेशानियों को समझें और उनका समाधान खोज कर हमें दें।
निर्भय होकर रहने का मिले माहौल
वंदना कुमारीर ने कहा कि आए दिन हम देखते हैं कि महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले सामने आते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं कि जाती है। इस बार चुनाव के बाद हमें ऐसा नेता चाहिए जो महिला सुरक्षा पर ध्यान दे और महिलाएं निर्भय होकर बाहर निकल सकें।
वादों इरादों में फर्क समझना जरूरी
राजकांता राज ने कहा कि चुनाव के समय तो नेताओं द्वारा बहुत सारे वादे किए जाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वो सारे वादे सिर्फ वादे बन कर ही रह जाते हैं। इस बार हम महिलाएं वोट देने से पहले पूरी पड़ताल करेंगी। हमें वैसा नेता चाहिए, जो हमारे लिए वादे नहीं काम करे।
दूसरों को भी करें प्रोत्साहित
कृष्णा राय ने कहा कि हम महिलाओं को ये पता नहीं होता कि किसको वोट देना है और किसको नहीं। इस बार हमें इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हम अपने फैसले के साथ वोटिंग करें। साथ ही अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक कर के वोट देने के लिए प्रोत्साहित करें।
इन्होंने भी रखे अपने विचार
जागरण संगिनी क्लब की ओर से आयोजित परिचर्चा में शीला शरण, सुलक्षणा मिश्रा, श्यामली कुमारी, बबिता मांझी, मंजू देवी, मालती सिंह, अनिता चौधरी, प्रतिमा, रीता, पुष्पा तिवारी, मालती सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
महिलाओं की परेशानी समझने वाला हो नेता
पूनम देवा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट देने से पहले हमें ऐसे नेता को चुनना चाहिए, जो महिलाओं की परेशानी को भी समझे। घरेलू उपयोग होने वाले सामान को सस्ता करे। साथ ही महिला सुरक्षा पर भी ध्यान दे।
उम्मीदवार के विषय में लें पूरी जानकारी
अमृता ने कहा कि वोट तो हम सब को देना चाहिए। अगर हम वोट नहीं देंगे तो हमें कोई हक नहीं कि हम किसी भी नेता या पार्टी पर दोषारोपण करें। महिलाओं को वोट करने से पहले अपने उम्मीदवार के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
नहीं बनें प्रत्याशियों का वोट बैंक
हर्षिता रंजन ने कहा कि हमेशा महिलाओं और युवाओं को वोट बैक के रूप में यूज किया जाता है। इस बार हम महिलाएं वोट बैंक नहीं बनने वाली हैं। हम इस बार ऐसे नेता को चुन कर लाएंगे, जो हम महिलाओं की परेशानियों को समझें और उनका समाधान खोज कर हमें दें।
निर्भय होकर रहने का मिले माहौल
वंदना कुमारीर ने कहा कि आए दिन हम देखते हैं कि महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले सामने आते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं कि जाती है। इस बार चुनाव के बाद हमें ऐसा नेता चाहिए जो महिला सुरक्षा पर ध्यान दे और महिलाएं निर्भय होकर बाहर निकल सकें।
वादों इरादों में फर्क समझना जरूरी
राजकांता राज ने कहा कि चुनाव के समय तो नेताओं द्वारा बहुत सारे वादे किए जाते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वो सारे वादे सिर्फ वादे बन कर ही रह जाते हैं। इस बार हम महिलाएं वोट देने से पहले पूरी पड़ताल करेंगी। हमें वैसा नेता चाहिए, जो हमारे लिए वादे नहीं काम करे।
दूसरों को भी करें प्रोत्साहित
कृष्णा राय ने कहा कि हम महिलाओं को ये पता नहीं होता कि किसको वोट देना है और किसको नहीं। इस बार हमें इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हम अपने फैसले के साथ वोटिंग करें। साथ ही अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक कर के वोट देने के लिए प्रोत्साहित करें।
इन्होंने भी रखे अपने विचार
जागरण संगिनी क्लब की ओर से आयोजित परिचर्चा में शीला शरण, सुलक्षणा मिश्रा, श्यामली कुमारी, बबिता मांझी, मंजू देवी, मालती सिंह, अनिता चौधरी, प्रतिमा, रीता, पुष्पा तिवारी, मालती सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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