पकड़ में आई ब्राउन शुगर तस्करों की सरगना 'भाभी', दो साल से पुलिस को पति के साथ थी तलाश Patna News
राज्य ब्राउन शुगर तस्करी करने वाली सरगना भाभी उर्फ राधा को उसके पति गुड्डू के साथ उस वक्त दबोच लिया। उसकी तलाश दो साल से पुलिस कर रही थी।
पटना, जेएनएन। जक्कनपुर थाने की पुलिस ने बुधवार की दोपहर राज्यभर में ब्राउन शुगर तस्करी करने वाली सरगना भाभी उर्फ राधा को उसके पति गुड्डू के साथ उस वक्त दबोच लिया जब वह उत्तर-पूर्वी भारत से आए सप्लायर को साढ़े नौ लाख रुपये देने के लिए अनिसाबाद में पुलिस कॉलोनी के पास पहुंची थी। सप्लायर ने पुलिस को देखते ही अपनी गाड़ी घुमा दी और फरार हो गया।
करीब दो साल से बिहार पुलिस की विभिन्न इकाइयां भाभी की तलाश में जुटी थीं, लेकिन असली नाम और पते की जानकारी नहीं होने के कारण वह पकड़ से दूर रही। गिरफ्तारी के समय पुलिस को दंपती के पास रहे बैग से नकदी के अलावा 20 ग्राम ब्राउन शुगर, छह बैंकों के पासबुक और सात कीमती मोबाइल बरामद हुए।
भाभी ने बदल लिया था ठिकाना
14 सितंबर को जक्कनपुर पुलिस ने इंदिरा नगर स्थित तस्करों के ठिकाने पर छापेमारी की थी, जहां ब्राउन शुगर की पुड़िया बनाई जा रही थी। चार लोगों को गिरफ्तार करने के साथ 400 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त किया गया था। मौके से गिरफ्तार करीमन उर्फ राजेश यादव ने बताया कि ब्राउन शुगर की सप्लाई परसा बाजार इलाके में रहने वाली भाभी नामक महिला करती है। जब तक पुलिस उसके पास पहुंची, तब तक उसने ठिकाना बदल लिया था।
घर में घुसने से पहले बंद कर देती थी मोबाइल
थानाध्यक्ष मुकेश कुमार वर्मा, दारोगा मो. मंसूर अली, एएसआइ एसआरपी यादव और कांस्टेबल राजीव कुमार की टीम भाभी तक पहुंचने के लिए तकनीकी जांच का सहयोग ले रही थी। लेकिन, पुलिस को कभी उसके घर के पते की जानकारी नहीं हो सकी। उसका कारण यह था कि वह घर में घुसने से पहले मोबाइल बंद कर देती थी। इस बीच मालूम हुआ कि वह अनिसाबाद पुलिस कॉलोनी के पास उस सप्लायर को रुपये देने जा रही है, जो उसे गुवाहाटी और बंगाल से ब्राउन शुगर लाकर देता है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली और जैसे ही गुड्डू के साथ बाइक से राधा पहुंची कि उन्हें दबोच लिया गया। पुलिस जब तक कुछ समझ पाती, तब तक सप्लायर फरार हो गया।
खानाबदोश की तरह रहते थे दंपती
गुड्डू और राधा फिलहाल चितकोहरा इलाके में किराए पर रह रहे थे। उनके आइसीआइसीआइ बैंक के खाते में साढ़े 17 लाख और आंध्रा बैंक के खाते में चार लाख 94 हजार रुपये अब भी जमा हैं। इसके अलावा चार अन्य बैंक खातों में जमा रकम के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। इतने रुपये होने के बावजूद वे पटना में खानाबदोश की तरह रहते थे। पुलिस को उनके पास करोड़ों रुपयों की संपत्ति होने की सूचना मिली है। इसका पता लगाने के लिए पटना पुलिस आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से भी संपर्क करेगी। माना जा रहा है कि इन्होंने महानगरों में फ्लैट और जमीन खरीद रखी है।
पकड़ना था बड़ी चुनौती
सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार राधा की तस्वीर और पता नहीं होने के कारण उसे पकड़ पाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। उसका असली नाम भी पता नहीं था। दंपती को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही राधा और गुड्डू को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। गुड्डू पर 2012 में गर्दनीबाग थाने में भी प्राथमिकी दर्ज हुई थी, लेकिन गिरफ्त में नहीं आ पाया था।