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पीके की निशानदेही पर एम्स हास्टल सहित 11 जगह छापे

नीट परीक्षा में धांधली का प्रयास करने वाले साल्वर गैंग पर वाराणसी पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को गिरोह के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके के साथ वाराणसी पुलिस पटना पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 01:50 AM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 01:50 AM (IST)
पीके की निशानदेही पर एम्स हास्टल सहित 11 जगह छापे
पीके की निशानदेही पर एम्स हास्टल सहित 11 जगह छापे

पटना। नीट परीक्षा में धांधली का प्रयास करने वाले साल्वर गैंग पर वाराणसी पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। गुरुवार को गिरोह के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके के साथ वाराणसी पुलिस पटना पहुंची। पीके की निशानदेही पर एक डाक्टर व उसके तीन सहयोगियों की तलाश में एम्स पटना समेत 11 जगह छापेमारी की। देर रात तक दबिश का क्रम जारी था, लेकिन एक भी आरोपित हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस के अनुसार नीट साल्वर गैंग का सरगना पीके 20 से 26 नवंबर तक वाराणसी पुलिस की रिमांड पर है। गिरोह के सभी सदस्य भूमिगत हैं। वहीं, एम्स के निदेशक डा. प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस छापेमारी की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

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वाराणसी पुलिस गुरुवार को एम्स पटना के ब्वायज हास्टल पहुंची और पांच मेडिकल छात्रों से पूछताछ की। हालांकि, किसी को हिरासत में लिए जाने की सूचना नहीं है। इसके बाद पुलिस ने पीएमसीएच के आसपास अशोक राजपथ, महेंद्रू, एनएमसीएच के नजदीकी क्षेत्र अगमकुआं व बहादुरपुर, बाजार समिति, दीघा आदि इलाकों में छापेमारी की। इसके बाद पुलिस ने पीके की निशानदेही पर एसके पुरी और पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया स्थित दो साइबर कैफे में भी जांच पड़ताल की। सूचना थी कि पुलिस उसके साथ छपरा भी जा सकती है, जहां के नगरा प्रखंड में उसकी बहन डा. प्रिया कार्यरत है। बताते चलें कि सचिवालय में लिपिक उसके जीजा रितेश कुमार को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। प्रिया ने वर्ष 2019 में आइजीआइएमएस से एमबीबीएस किया है।

पीके से मिले हैं अहम सुराग :

वाराणसी के पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश के अनुसार पीके से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। फिलहाल पुलिस गिरोह के उन सदस्यों की गिरफ्तारी को प्रयासरत है जिन्होंने बिहार, बंगाल, त्रिपुरा व यूपी में गैरकानूनी काम किया है। इसके लिए क्राइम ब्रांच की पांच टीमें बनाई गई हैं। पटना में एक डाक्टर समेत गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों की ठिकानों की जानकारी मिली है। माना जा रहा है कि अपराध में पीके के परिवार के लोग भी शामिल हैं। पीके की डाक्टर बहन पर भी गिरोह के लिए काम करने की जानकारी मिली है। पटना से नीट परीक्षा के अलावा यह गिरोह यूपी की कई सरकारी नौकरियों में भी सेंधमारी कर रही था। पुलिस अब पटना के साथ ही यूपी की अन्य परीक्षाओं में भी फर्जीवाड़े के मामलों की बाबत भी पूछताछ कर कार्रवाई कर रही है। पीके पांच वर्षों में नीट जैसी परीक्षाओं में साल्वर बिठाकर करोड़ों की कमाई कर चुका है।

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अब तक 11 आरोपित हुए गिरफ्तार :

सारनाथ क्षेत्र स्थित एक स्कूल में गत 12 सितंबर को नीट परीक्षा में त्रिपुरा की हिना विश्वास की जगह बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी को परीक्षा देते गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से बिहार, त्रिपुरा व यूपी से अब तक 11 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हिना विश्वास समेत अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। उधर, पीके के संपर्क में रहा एक अन्य साल्वर गिरोह का सरगना कन्हैया लाल सिंह भी पुलिस रिमांड पर हैं। उसका भी नेटवर्क कई राज्यों में है। उसकी निशानदेही पर चंदौली के लघु सिचाई विभाग में टेक्नीशियन कन्हैया को निलंबित कर दिया गया है।


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