Move to Jagran APP

क्‍या शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा राजनीति में करेंगे एंट्री, जदयू के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से की मुलाकात

पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब ने जदयू के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से मुलाकात की। इस पर शहाबुद्दीन के परिवार के राजद नेतृत्‍व से नाराज होने और ओसामा के राजनीति में एंट्री के कयासों का बाजार गर्म है।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 02:07 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 09:58 PM (IST)
क्‍या शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा राजनीति में करेंगे एंट्री, जदयू के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से की मुलाकात
जदयू के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से बातचीत करते पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा। जागरण फोटो।

मशरक (सारण), जागरण संवाददाता।  सिवान के पूर्व सांसद स्वर्गीय शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा ने शुक्रवार को महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से मशरक स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों की मुलाकात करीब घंटे भर चली। मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि इस संबंध में किसी ने कोई आधिकारिक बयान मीडिया मे नहीं दिया मगर ओसामा की इस मुलाकात को शहाबुद्दीन परिवार के राजद से नाराज होने से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं उनके राजनीति में एंट्री के कयास भी गर्म है।

loksabha election banner

तेज प्रताप पहुंचे थे सांत्‍वना देने

बता दें कि शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में कोविड पॉजिटिव हो गए थे। एक मई को उनकी दिल्ली में उपचार के दौरान मृत्‍यु हो गई थी। इसके बाद शहाबुद्दीन के परिवार और राजद से संबंधों को लेकर कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेजी से हो रही थी कि शहाबुद्दीन का परिवार राजद नेतृत्व से नाराज चल रहा है। इस बात को तब बल मिला, जब पूरे लाव-लश्कर के साथ लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव सिवान ओसामा से मिलने पहुंचे थे। उन्‍होंने कहा था कि अपने परिवार में आया हूं। इस मुलाकात को शहाबुद्दीन के परिवार की नाराजगी से जोड़कर देखा गया। हालांकि दोनों तरफ से किसी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह फिलहालअपने भतीजे की शादी में शामिल होने हजारीबाग जेल से आए हैं।

शहाबुद्दीन के पैतृक गांव में उनके 40वें पर भी कई नेताओं ने राजद और तेजस्‍वी के प्रति खुले आम रोष प्रकट किया था। यहां तक कहा गया कि राजद ने शहाबुद्दीन का यूज सिर्फ वोट बैंक के लिए किया। तेजस्‍वी के खिलाफ भी लोगों ने नाराजगी जताई थी। कहा था कि दिल्‍ली में शहाबुद्दीन की मौत के समय तेजस्‍वी भी वहीं थे, मगर मिट्टी देने भी नहीं आए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.