आम सुनते ही मुंह में आ गया पानी तो क्यों न चखें दस रसीले आमं का स्वाद, मजा आ जाएगा
पटना [जेएनएन]। फलों में आम राजा होता है और लोग गर्मी के दिनों का इंतजार बेसब्री से करते है। क्योंकि
पटना [जेएनएन]। फलों में आम राजा होता है और लोग गर्मी के दिनों का इंतजार बेसब्री से करते है। क्योंकि इसी सीजन में आम का उत्पादन होता है। रसीले आम का नाम लेते ही हर किसी के मुंह में पानी आ ही जाता है। क्या करें यह ऐसा होता ही है जिसे खाने को बार बार मन ललचाएं। गर्मी के मौसम में मिलने वाला आम कैरी पन्ना से लेकर मैंगो मिल्क शेक तक, आम से बनी सारी चीजें वाकई बहुत लजीज होती हैं। भारत के कुछ मशहूर रसीले आम है जिन्हें आपने इसे चखा नहीं क्या आखिर क्या चखा।
दस मशहूर आमों के नाम जिनके स्वाद है भरपूर
अलफासो/हापूस
अलफासो जिसे महाराष्ट्र में हापूस के नाम से जाना जाता है, सभी आम का राजा माना जाता है। इस आम का अलफासो नाम अफोनो डी अल्बुकर्क नामक शख्स के नाम पर पड़ा जिसने भारत में पुर्तगालियों की कॉलोनिया बसाने में मदद की थी। हापूस आम बहुत मीठा और गूदेदार होता है और खासतौर पर महाराष्ट्र में इसकी फसल होती है। इसके अलावा गुजरात, कर्नाटक और मध्यप्रदेश में भी यह आम उगाया जाते हैं। यह आम थोड़ा महंगा होता है और इसे बाहर निर्यात भी किया जाता है। मई से जून तक हापूस आम बाजार में मिलते हैं।
चौसा
गर्मी का मौसम खत्म होने पर जब आप सोचते हैं कि अब तो बाजार में आम नहीं मिलेगी, तब ही चौसा आम बाजार में उपलब्ध हो जाता है। उत्तर भारत और बिहार में यह आम काफी लोकप्रिय है। इसका स्वाद बहुत मीठा होता है और इस आम की सबसे अच्छी किस्म पाकिस्तान से आती है। जुलाई से अगस्त तक आप इस आम का स्वाद चख सकते हैं।
दशहरी
उत्तर प्रदेश का दशहरी आम की पुरानी किस्मों में से एक है और ये लखनऊ के नवाबों के बगीचों में 18वीं सदी में भी उगाए जाते थे। यह बहुत मीठा होता है और जून से जुलाई महीने तक यह आम मिलता है।
सफेदा/बानगंगापल्ली
आध्र प्रदेश से आने वाला सफेदा गर्मी शुरू होते ही बाजार में सबसे पहले आ जाता है। पूरे देश में यह आम मिलता है। इसका स्वाद थोड़ा खंट्टा होता है और इस आम में फाइबर बिल्कुल नहीं होता।
पायरी
पायरी आम बहुत मीठा नहीं होता। इसका स्वाद थोड़ा खट्टा होता है। गुजरात में आमरस बनाने के लिए केसर और पायरी आम का ही ज्यादा इस्तेमाल होता है। इस आम की क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं होती, इसलिए खरीदने पर तुरंत इसका इस्तेमाल कर लेना चाहिए।
तोतापुरी
नाम से ही लगता है जैसे हम तोते की चोंच का जिक्र कर रहे हों। यह आम थोड़ा लंबा होता है। तोतापुरी कर्नाटक, आध्रप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडू से देश के बाकी हिस्सों मे जाता है। यह मीठा नहीं होता, इसलिए इसका इस्तेमाल अचार बनाने में ज्यादा होता है। जून से जुलाई तक यह आम बाजार में उलब्ध रहता है।
लंगड़ा
इस आम का नाम वाराणसी के एक लंगड़े किसान के नाम पर रखा गया जिसने अपने घर के पीछे आम की इस नई किस्म को देखा था। पश्चिम बंगाल, हरियाणा, बिहार और उत्तर प्रदेश में ये आम बहुत मशहूर है, क्योंकि ये बहुत मीठा होता है। यह जुलाई से अगस्त तक मिलता है।
हिमसागर
हिमसागर पश्चिम बंगाल में बहुत मशहूर है और इसका स्वाद बहुत मीठा होता है। इसकी खुशबू भी अच्छी होती है इस आम का मिल्कशेक बहुत स्वादिष्ट बनता है।
केसर
केसर आम की खूशबू बहुत अच्छी होती है। इसके गुदे का रंग कुछ कुछ केसर जैसा होता है। यह आम गुजरात में ज्यादा होता है। आमरस के लिए लोग इसी आम का इस्तेमाल करते हैं।
नीलम
इस आम की खुशबू भी अच्छी होती है। वैसे तो नीलम पूरी गर्मी के मौसम में मिलता है। सबसे स्वादिष्ट आम जून में मानसून आने के समय का होता है। हैदराबाद में ये खासतौर पर बहुत लोकप्रिय है।