Move to Jagran APP

Mridula Sinha No More: जब मृदुला ने सहेली की चिंता में जागकर बिताई थी रात, बेहद पसंद थे मुजफ्फरपुर के आम

Mridula Sinha No More गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा नहीं रहीं। इससे उनकी सहेली व बिहार के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग की अध्यक्ष रहीं प्रो. तारण राय काफी मर्माहत हैं। उन्‍होंने मृदुला सिन्‍हा से जुड़े संस्‍मरण साझा किए।

By Edited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 01:47 AM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 12:17 PM (IST)
Mridula Sinha No More: जब मृदुला ने सहेली की चिंता में जागकर बिताई थी रात, बेहद पसंद थे मुजफ्फरपुर के आम
गोवा की पूर्व राज्‍यपाल व बीजेपी नेता मृदुला सिन्‍हा। फाइल तस्‍वीर।

पटना, चंद्रशेखर। गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा (Mridula Sinha) के निधन पर बिहार विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhim Rao Ambedker Bihar University) के भौतिकी विभाग (Department of Physics) की अध्यक्ष रहीं प्रो. तारण राय काफी मर्माहत हैं। वे मृदुला सिन्हा की पड़ोसी व छोटी बहन के रूप में सबसे करीबी थीं। मृदुला सिन्‍हा बिहार प्रवास के दौरान उनके घर पर जरूर आती थीं और खाना भी खाती थीं। उन्‍होंने अपने साथ जुड़ा एक वाकया सुनाया, जिसमें मृदुला सिन्‍हा ने उनके कारण पूरी रात जगकर बिताया था। मृदुला सिन्‍हा को मुजफ्फरपुर का आम भी काफी पसंद था।

prime article banner

प्रो. तारण राय ने बताया, जब मृदला सिन्हा को केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया, तब उन्होंने मुझे भी बोर्ड का सदस्य मनोनीत कराया था। उन्होंने दिल्ली जाने के लिए विमान का टिकट भी भेजा था। विमान लेट हो चुका था, उसे दिल्ली पहुंचते-पहुंचते रात के दो बज गए थे। इस दौरान वह अपने घर में ही परेशान होकर पूरी रात टहलती रही थीं। बार-बार यही कहती रहीं कि तारण पहली बार फ्लाइट से आ रही, उसे कहीं कोई परेशानी न हुई हो। जब वह पहुंचीं तो उनका अशांत मन शांत हुआ।

प्रो. तारण राय ने कहा, वह मृदुला सिन्हा के कारण ही भाजपा से जुड़ी थीं। काफी करीब होने के कारण उनका स्नेह मुझ पर बरसता था। वह हर साल गर्मी के मौसम में उनके घर आम व लीची जरूर भेजती थीं। उन्हें मुजफ्फरपुर का आम काफी पसंद था। उसे वह बड़े चाव से खाती थीं।

प्रो. राय ने बताया, एमडीडीएम कॉलेज से मनोविज्ञान से एमए करने के बाद उन्होंने मोतिहारी के श्रीकृष्ण सिंह महिला कॉलेज में व्याख्याता के रूप में छात्राओं को पढ़ाने का काम शुरू किया था। बाद में वह पति व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल सिंह के साथ दिल्ली चली गई। वहीं राष्ट्रीय महिला मोर्चा की संयोजिका बनीं। उस वक्त वह भी एलएस कॉलेज में व्याख्याता थीं। मृदुला ने ही उन्हें महिला मोर्चा से जोड़ा था। तब से वह लगातार भाजपा की महिला मोर्चा से जुड़ी रहीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.