बिहार का गेहूं बांग्लादेश चला गया पर सरकारी क्रय केंद्रों पर नहीं आ रहे किसान, जानिए ताजा अपडेट
बिहार के 13 जिलों में गेहूं की खरीद 30 फीसद से कम अब तक राज्य में ढाई लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद मंत्री ने दिए खरीद में तेजी लाने के निर्देश राज्य में करीब 49 हजार किसानों से ढाई लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है
पटना, राज्य ब्यूरो। Wheat Procurement in Bihar: बिहार के किसानों ने औने-पौने दाम पर साहूकारों को गेहूं बेच दिया। बिहार से मालगाडि़यों में लदकर गेहूं बांग्लादेश जा रहा है, लेकिन सरकार का दावा है कि सरकारी क्रय केंद्रों पर अधिक कीमत के बावजूद किसान गेहूं बेचने नहीं आ रहे हैं। राज्य में गेहूं खरीद की मियाद हफ्ते भर (15 जून तक) का बचा है, लेकिन 38 जिलों में से 13 ऐसे हैं जहां 30 फीसद से कम खरीद हुई है। सोमवार को सहकारिता मंत्री सुबाष सिंह ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में गेहूं खरीद की समीक्षा की। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि गेहूं खरीद में तेजी लाएं और इच्छुक किसानों से हर हाल में गेहूं खरीद सुनिश्चित कराएं।
समीक्षा में पाया गया कि राज्य में करीब 49 हजार किसानों से ढाई लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। गेहूं खरीद के मामले में सुपौल जिला टाप पर है, जहां 88.86 फीसद खरीद हुई है। उसके बाद बांका (56.66 फीसद), लखीसराय (55.82 फीसद), नवादा (53.65 फीसद), सीतामढ़ी (53.19 फीसद), खगडिय़ा (53.15 फीसद) और दरभंगा (50 फीसद) का स्थान है। पटना में 35.53 फीसद, मुजफ्फरपुर में 49.73 फीसद और भागलपुर में 41.73 फीसद गेहूं की खरीद हुई है।
गेहूं खरीद के एवज में 41,313 किसानों को 411 करोड़ 91 लाख रुपये का भुगतान हो चुका है और शेष किसानों को भुगतान प्रक्रियाधीन है। समीक्षा में यह बात भी सामने आई कि गेहूं खरीद के लिए चयनित 5,601 एजेंसियों में से 4,396 एजेंसी ही कार्यशील हैं। शेष 1,205 एजेंसियों में खरीद नहीं शुरू होने पर उसकी रिपोर्ट मांगी गई है।
इन जिलों में सबसे कम खरीद
औरंगाबाद में 28 फीसद, कैमूर में 27.15 फीसद, गया में 25 फीसद, गोपालगंज में 25.54 फीसद, सारण में 23 फीसद, शिवहर में 24 फीसद, वैशाली में 17.50 फीसद, समस्तीपुर में 29.70 फीसद, बेगूसराय में 29.76 फीसद, भोजपुर में 25.24 फीसद, रोहतास में 29.57 फीसद, कटिहार में 29.95 फीसद, मधुबनी में 29.78 फीसद।