बिहार में वाहन चोरी की इतनी घटनाएं कि सदन में गूंजा मामला, मंत्री ने कहा- अब डीजीपी करेंगे समीक्षा
बिहार में वाहन चोरों ने न सिर्फ आम आदमी बल्कि पुलिस और सरकार की नाक में भी दम कर दिया है। स्थिति यह है कि मामला विधानसभा में उठ रहा है। सरकार ने कहा है कि वाहन चोरी के मामलों की समीक्षा अब खुद डीजीपी करेंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में वाहन चोरों ने न सिर्फ आम आदमी, बल्कि पुलिस और सरकार की नाक में भी दम कर दिया है। स्थिति यह है कि मामला विधानसभा में उठ रहा है और सरकार को इसका जवाब देना पड़ रहा है। सरकार ने कहा है कि वाहन चोरी के मामलों की समीक्षा अब खुद डीजीपी करेंगे। आपको यह जानकर ताज्जुब हो सकता है कि पांच साल में बिहार में वाहन चोरी के 21 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। यह हाल तब है, जब कई बार पुलिस वाहन चोरी का मामला दर्ज करने से ही इंकार कर देती है।
रविवार को डीजीपी और अपर मुख्य सचिव करेंगे बैठक
बिहार विधान परिषद में गुरुवार को गृह विभाग के प्रभारी मंत्री बिजेंद्र यादव ने सदन को भरोसा दिया कि वाहनों की चोरी से संबंधित घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए जाएंगे। रविवार को डीजीपी और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) की बैठक बुलाई गई है। सभी थानों को सख्त निर्देश दिए जाएंगे। मंत्री ने राजद के विधान पार्षद रामचंद्र पूर्वे के अल्पसूचित सवाल के जवाब में सदन को यह जानकारी दी।
पांच साल में 18 हजार बाइकों की चोरी, कारें भी हुईं चोरी
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से 2020 तक पटना जिले में वाहन चोरी से संबंधित कुल 21,264 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें बाइकों की चोरी की संख्या 18 हजार एवं अन्य वाहनों की चोरी की संख्या 3264 है। मंत्री ने कहा कि पटना जिले में बाइक चोरी में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। 961 बाइक की बरामदगी की गई है।
सभी थानेदारों को सघन गश्ती कराने का निर्देश
जनवरी 2021 में ही पटना जिले में वाहन चोरी के 17 कांडों में चोरी गए वाहन बरामद किए गए हैं और 20 वाहन चोर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि वाहन चोरी की रोकथाम के लिए सीआइडी के द्वारा एसओपी (मान संचालन प्रक्रिया) सभी जिलों को भेजी गई है। पटना जिले में सभी थानाध्यक्षों द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में मोटर साइकिल, वाहन चोरी की घटना की रोकथाम के लिए सघन गश्ती की जा रही है।