पटना में जलजमाव से हो रही परेशानी को देखते हुए विशेष वाहन जांच अभियान पर रोक Patna News
पटना में जलजमाव से हो रही परेशानी को देखते हुए विशेष वाहन जांच अभियान पर रोक लगा दी गई है। गाड़ियों की चेकिंग अगले आदेश तक नहीं की जाएगी।
पटना, जेएनएन। राजधानीवासियों के लिए राहत भरी खबर है। पटना में जलजमाव और उससे उत्पन्न समस्या को देखते हुए अगले आदेश तक अब वाहनों की जांच नहीं होगी। प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने रविवार को पुलिस अधीक्षक, यातायात, पटना एवं जिला परिवहन पदाधिकारी, पटना को विशेष वाहन जांच अभियान पर रोग लगाने का आदेश जारी कर दिया। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि प्रशासन द्वारा जलजमाव की स्थिति के कारण राहत एवं बचाव तथा अन्य संबंधित कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता को आधार मानकर एेसा किया जा रहा है। जिस कारण वाहन जांच पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। आदेश के मुताबिक रविवार से पटना में गाड़ियों की जांच बंद कर दी गई है।
इसके पहले शनिवार को एमवीआइ संजय कुमार अश्क और मृत्युंजय कुमार के नेतृत्व में वाहन जांच अभियान में 23 लोगों से 23,500 रुपये जुर्माना के रूप में वसूल किया गया। दुर्गा पूजा के बाद वाहन जांच अभियान की शुरुआत हो गई थी। शनिवार को एलआइसी ऑफिस में काम करने वाले धनंजय कुमार बिना सीट बेल्ट पहने पकड़े गए। वे दावा कर रहे थे कि सीट-बेल्ट पहने थे, फिर भी पकड़ लिया गया। इस बीच डीजीपी ऑफिस से शहनवाज को फोन आ गया। एमवीआइ ने बिना जुर्माना के सीधे छोड़ने से इन्कार कर दिया। उनके तमाम जद्दोजहद के बाद अंत में उनका चलाना किया गया।
कई आए जद में
गाड़ियों की जांच के दौरान पटना सिटी कोर्ट में तैनात पुलिस का जवान पकड़ में आ गया। बोला कि रास्ते में भाई मिल गया तो उन्हें बैठा लिया। आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे। लेकिन जुर्माना देने के बाद ही पुलिस के जवान को जाने दिया गया। इस बीच बीयर फैक्ट्री बिहटा के प्रशासनिक अधिकारी व जयप्रकाश नगर के निवासी मदनजीत सिंह अपने पुत्र का रिजल्ट लेकर घर जा रहे थे, तभी रास्ते में पकड़े गए। बोले-एक साल से वेतन बंद है। मेरे पास जहर खाने के लिए भी पैसा नहीं है, जुर्माना कहां से भरेंगे। किसी से सूद पर पैसा लेकर जमा करना पड़ेगा। जांच अभियान में राजपूत सहित अन्य शब्द लिखे वाहनों पर भी जुर्माना किया गया। जेपी सेतु के पास भी जांच अभियान चला।