कुशवाहा ने तोड़ा आमरण अनशन, शरद-तेजस्वी ने पिलाया जूस; बीजेपी के संजय पासवान भी पहुंचे
Hunger strike of Upendra Kushwaha कुशवाहा की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें पीएमसीएच में एडमिट कराया गया था। शनिवार को कुशवाहा ने अनशन तोड़ दिया। तेजस्वी-शरद ने जूस पिलाया।
पटना, जेएनएन। Hunger strike of RLSP supremo Upendra Kushwaha: रालोसपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने शनिवार को अामरण अनशन तोड़ दिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव (Sharad Yadav) ने कुशवाहा को जूस पिलाकर अनशन तोड़वाया। मौके पर बिहार महागठबंधन (Bihar Mahagathbandhan) के तमाम वरीय नेता मौजूद रहे। इतना ही नहीं, भाजपा के एमएलसी संजय पासवान (Sanjay Paswan) भी पीएमसीएच (PMCH) पहुंचे और उनकी मांग को जायज ठहराया। संजय पासवान कल भी कुशवाहा को देखने मिलर स्कूल गए थे।
अनशन तोड़ने के बाद बोले कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत केंद्रीय विद्यालयों को खोलने के लिए राज्य सरकार आवश्यक औपचारिकता पूरी नहीं कर रही। इसके खिलाफ मेरे आमरण अनशन को महागठबंधन के दलों के अलावा वाम दलों ने समर्थन दिया। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हम सभी एकजुट होकर आगे भी संघर्ष करते रहेंगे। नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव ने कहा कि यह तो ट्रेलर था, शिक्षा में सुधार के लिए हम आगे भी आंदोलन करेंगे। शरद यादव ने कहा कि विपक्ष एकजुट है। हम साथ मिलकर राज्य सरकार के खिलाफ संघर्ष करेंगे। इस बीच भाजपा के विधान पार्षद संजय पासवान भी उपेंद्र कुशवाहा से पीएमसीएच में मिले। उन्होंने कहा कि इस मांग को इनका पूरा समर्थन है।
शुक्रवार को कुशवाहा ले जाए गए थे आइसीयू
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा भूख हड़ताल (आमरण अनशन) के चौथे दिन शुक्रवार को काफी कमजोर हो गए थे। इसे लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया और उन्हें आनन-फानन में पीएमसीएच ले गया। उन्हें पीएमसीएच के आइसीयू में एडमिट कराया गया था। शाम में भी उन्हें देखने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, कांग्रेस के वरीय नेता अखिलेश प्रसाद सिंह, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत अन्य नेता भी पीएमसीएच पहुंचे थे। हम के जीतनराम मांझी व वीआइपी के मुकेश सहनी भी पहुंचे थे।
अनशन स्थल से पीएमसीएच जाने में लगे दो घंटे
कुशवाहा को पीएमसीएच ले जाने के निर्णय का रालोसपा के कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने काफी विरोध किया। मिलर स्कूल स्थित अनशन स्थल से समर्थकों ने एंबुलेंस रोकने की भरपूर कोशिश की, लेकिन प्रशासन के आगे किसी का नहीं चला। कुशवाहा को अानन-फानन में आइसीयू में एडमिट कराया गया। एंबुलेंस के साथ समर्थकों का हुजूम भी चल पड़ा। समर्थकों का कहना था कि कुशवाहा का इलाज अनशन स्थल पर ही हो। विराेध के बीच मिलर स्कूल से पीएमसीएच जाने में दो घंटे का समय लगा।
बीपी-मुधमेह के मरीज हैं कुशवाहा
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ.राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि कुशवाहा के शरीर में मधुमेह की स्थिति में उतार-चढ़ाव हो रहा है। वे बीपी एवं मधुमेह दोनों के मरीज हैं। उनके स्वास्थ्य पर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक नजर रखे हुए हैं। पीएमसीएच के इमरजेंसी हेड डॉ. अभिजीत सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के रक्त के नमूने लिए गए हैं। उनकी जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद जरूरत पडऩे पर दवाएं बढ़ाई जा सकती हैं।
तेजस्वी ने नीतीश पर साधा निशाना
उपेंद्र कुशवाहा से मिलने के बाद पीएमसीएच के बाहर मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में शिक्षा की स्थिति को बदतर बताया और इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार करार दिया। उन्होंने कहा कि खराब शिक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार जिम्मेवार है। उन्हाेंने कुशवाहा की मांग को जायज ठहराया और कहा कि इससे बिहार की जनता का भला होने वाला है। किंतु नीतीश कुमार को जनता से कोई लेना-देना नहीं है। वह सिर्फ चेहरा चमकाना चाहते हैं। डबल इंजन की सरकार में बिहार में शिक्षा और विधि व्यवस्था चौपट है। प्रत्येक दिन चोरी-डकैती हो रही है। तेजस्वी ने कहा कि सरकार को उपेंद्र कुशवाहा की मांग मान लेनी चाहिए और केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन उपलब्ध करानी चाहिए। तेजस्वी के साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जगदानंद सिंह, भाई अरुण कुमार, उपेंद्र चंद्रवंशी, नंदू यादव, खुर्शीद आलम सिद्दीकी एवं प्रमोद कुमार सिन्हा भी थे।
अनशन स्थल पर पहुंचे तेजस्वी यादव
इसके पहले कुशवाहा के आमरण अनशन के चौथे दिन शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव व कांग्रेस के वरीय नेता व राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह मिलर स्कूल स्थित अनशन स्थल पहुंचे। नेताओं ने कुशवाहा से बात की। उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना तथा उनकी मांगों को सही ठहराया।
शिक्षा में सुधार वरना जीना है बेकार
गौरतलब है कि शिक्षा में सुधार वरना जीना है बेकार स्लोगन के साथ रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठे। गुरुवार को उनकी तबीयत में गिरावट आ गई थी। हालांकि, गुरुवार को उनके आमरण अनशन को लेकर बिहार में सियासत भी तेज हो गई थी। खास बात कि बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा व मंत्री अशोक चौधरी ने जहां कुशवाहा पर पलटवार किया, वहीं, एनडीए के घटक दल के भाजपा नेता व विधान पार्षद संजय पासवान कुशवाहा के समर्थन में आ गए।