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जदयू में विलय के पहले उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका, तेजस्वी के साथ गए RLSP के तीन दर्जन नेता

तेजस्वी यादव ने उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा झटका दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने रालोसपा के कई बड़े चेहरों को राजद में शामिल करा लिया है। राजद में शामिल होने वालों में रालोसपा के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा भी शामिल हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 02:44 PM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 06:06 AM (IST)
जदयू में रालोसपा के नेताओं को शामिल कराते तेजस्वी यादव व जगदानंद सिंह।

राज्य ब्यूरो, पटना। नीतीश कुमार के साथ उपेंद्र कुशवाहा के जाने से पहले शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने रालोसपा को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने रालोसपा के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र कुशवाहा और प्रधान महासचिव निर्मल कुशवाहा समेत 35 नेताओं को राजद में शामिल करा लिया है। वीरेंद्र को रालोसपा में लोकसभा चुनाव से पहले उस वक्त प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गई थी, जब भूदेव चौधरी ने पाला बदलकर राजद की सदस्यता ली थी। तेजस्वी की मौजूदगी में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने रालोसपा के सभी नेताओं को राजद की सदस्यता दिलाई। इनमें बिहार के साथ झारखंड के भी कई नेता हैं। 

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इस दौरान तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा को पुरानी बातें याद दिलाईं। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन के साथ रहते हुए उपेंद्र कुशवाहा कहा करते थे कि नीतीश कुमार जैसे दोस्त के रहते हुए दुश्मन की जरूरत नहीं पड़ती है। अब कुशवाहा उन्हीं नीतीश कुमार के साथ राजनीति करने जा रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार भी कुशवाहा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। कुशवाहा के नीतीश प्रेम के कारण रालोसपा में भगदड़ मची हुई है। कुशवाहा को छोड़कर बाकी पूरी पार्टी का राजद में विलय हो गया है। आगे भी जितने लोग आएंगे, उनका राजद में स्वागत किया जाएगा। 

इन्होंने थामा राजद का दामन

रालोसपा को छोड़कर राजद की सदस्यता लेने वालों में वीरेंद्र कुशवाहा और निर्मल कुशवाहा के अलावा महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मधु मंजरी मेहता, झारखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय महतो और सज्जन महतो, राष्ट्रीय महासचिव युवा प्रकोष्ठ दिवाकर कुशवाहा, प्रवक्ता अमित कुमार, प्रदेश महासचिव कृष्ण कुमार महतो और मो. इजहार, चंदन बिहारी, दिनेश कुशवाहा समेत कुल 35 नेता शामिल हैैं।

दो साल बाद उपेंद्र के एनडीए में शामिल होने की चर्चा

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा करीब दो साल बाद एक बार फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ जा सकते हैं। रालोसपा और जेडीयू के विलय की बात अंतिम दौर में चल रही है। राज्यसभा सदस्य वशिष्ठ नारायण सिंह पहले ही कह चुके हैं कि रालोसपा के जेडीयू में विलय को लेकर उपेंद्र कुशवाहा से बातचीत चल रही है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा पहले साथ काम कर चुके हैं, इस लिए कुछ भी संभव है। माना जा रहा है कि जेडीयू और रालोसपा का विलय 15 मार्च तक हो सकता है। 


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