बिहार आई लड़की को बचाने के लिए यूपी पुलिस पर टूट पड़ा परिवार, चोर-चोर कहकर युवती को भगाया
बक्सर में सोमवार की रात यूपी पुलिस पर उस वक्त हमला कर दिया गया जब यूपी से अगवा कर लाई गई एक युवती का पता लगाने जवान पहुंचे थे। हमले में तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हालांकि बाद में पुलिस ने छह हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, बक्सर: बिहार में पुलिसकर्मियों पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच बक्सर के सिमरी में सोमवार की रात यूपी पुलिस पर उस वक्त हमला कर दिया गया जब यूपी से अगवा कर लाई गई एक युवती का पता लगाने जवान पहुंचे थे। सिमरी पुलिस के सहयोग से अभी यूपी पुलिस घटना के आरोपित के घर पहुंची ही थी कि अचानक हमला कर दिया गया। हमले में तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, हालांकि बाद में अतिरिक्त बल के साथ पहुंची पुलिस ने छह हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। इतना कुछ होने के बाद भी पुलिस लड़की को नहीं टूंढ़ पाई।
दरअसल यूपी के गाजीपुर से एक युवती के अगवा किए जाने की प्रथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस को मिले सुराग के आधार पर गाजीपुर की पुलिस खोजबीन के क्रम में सिमरी पहुंची थी। पुलिस को अपहृत युवती के संबंधित जिस युवक के घर में छिपाए जाने की आशंका थी, वहां छापेमारी करने पहुंची थी। अभी पुलिस टीम पहुंची कि घरवालों ने चोर-चोर कहते हुए घेरकर जवानों की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना में तीन पुलिसकर्मियों के बुरी तरह जख्मी हो जाने के बाद किसी तरह जान बचाकर पुलिस वहां से भागी।
घेराबंदी कर छह को किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ डुमरांव डीएसपी केके सिंह पहुंचे। घेराबंदी करते हुए हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी शुरू कर दी गई। इस दौरान पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए अभी भी पुलिस की छापेमारी जारी है। बताया जाता है कि पुलिस पर किए गए हमले के दौरान जैसे ही जान बचाने के लिए पुलिस भागी, तभी सम्भवतः अपहृत युवती को वहां से हटा दिया गया। जिससे इतना सबकुछ हो जाने के बाद भी युवती की बरामदगी नहीं हो सकी।
अनेक बार पुलिस पर हो चुका हमला
बताते चलें कि इसके पूर्व भी पुलिस पर डुमरांव में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से लेकर अन्य थानों में कई बार हमला किया जा चुका है। सीएम कार्यक्रम के दौरान दिन में ही पुलिस समेत जनप्रतिनिधियों पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया था, जिसमे दर्जनों पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे और कई वाहनों के शीशे टूट गए थे। इस के बाद भी धनसोइ, ब्रह्मपुर समेत अन्य थानों में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस पर हमला किया जा चुका है, जिनमे अनेक पुलिसकर्मी जख्मी हो चुके हैं। जिले में पुलिस पर हमले का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है