बिहार में निकाह के छह साल बाद ससुराल की चौखट पर अनशन पर बैठी विवाहिता, कई पर लगाए आरोप
unique marriage News छपरा में विवाहिता अपनी ससुराल के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गई है। बच्चा नहीं जनने के कारण लड़के पक्ष के लोग उसे स्वीकार नहीं करना चाहते और अब घर पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं।
संसू, इसुआपुर (छपरा): इसुआपुर थाने से सटे पूरब बिशुनपुरा गांव में विवाहिता अपनी ससुराल के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गई है। बच्चा नहीं जनने के कारण लड़के पक्ष के लोग उसे स्वीकार नहीं करना चाहते और अब घर पर ताला लगाकर फरार हो गए हैं। महिला गेट के बाहर ही बैठकर स्वजनों का इंतजार कर रही है। मामले में पुलिस से शिकायत नहीं की गई है।
जनता बाजार थाना क्षेत्र के शोभीपुर गांव के अशरफ हुसैन की 22 वर्षीय पुत्री शमीमा खातून का निकाह 2015 में अकबर अली उर्फ बबलू के साथ हुआ था। शमीमा तथा उसके पिता के अनुसार निकाह के बाद से ही शमीमा को सास, ननद, देवर तथा पति के द्वारा प्रताड़ित किया जाता रहा है। साथ ही उसे ससुराल में भी रहने नहीं दिया जा रहा है। निकाह के सात महीने तक ससुराल में जैसे-तैसे प्रताड़ना झेलती रही। कुछ दिन बाद परिजनों ने ससुराल से निकाल दिया तो तीन वर्षों तक मायके में ही रही। न्याय के लिए बीच-बीच में पंचायती भी हुई। बावजूद ससुराल वाले उसे रखने को राजी नहीं हुए।
पशब्द कहकर प्रताड़ित किया जाता है
पुलिस को भी इस मामले की जानकारी हुई। लेकिन ग्रामीणों ने पंचायती से मामला सुलझा लेने की बात पुलिस से कही। इस मामले में आज तक लिखित रूप से पुलिस में शिकायत भी नहीं की गई है। वहीं विवाहिता शमीमा का कहना है कि उसे सास व ननद द्वारा बच्चे न होने पर अपशब्द कहकर प्रताड़ित किया जाता है। तथा घर में नहीं रहने दिया जाता है। साथ ही उसके पति की दूसरी शादी कर देने की भी धमकी दी जाती है। ससुर की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। पति तथा देवर तस्लीमुद्दीन दूसरे प्रदेशों में काम करते हैं। घर में सास शैदू निशा तथा ननद शबनम खातून रहती हैं, जो घर में ताला लगा कर गायब हैं।