पटना के दो युवाओं ने किया कमाल, कोरोना योद्धाओं की हिफाजत को जेब खर्च से बना दी फेस शील्ड
पटना सिटी के नाहर परिवार की नई पीढ़ी ने लॉकडाउन में एक अच्छी पहल की है। दो युवाओं ने मात्र 50 रुपये में फेस शील्ड तैयार की है। जानें कैसे-
पटना, जेएनएन। बिहार में कोरोेना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पटना में वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 16 सौ से पार हो गया है। इसको लेकर एहतियात बरते जा रहे हैं। सरकार और प्रशासन अपनी ओर से पहल कर रहा है। इस बीच दो युवाओं ने मिसाल पेश की है। शास्त्रीय संगीत से देश-विदेशों में ख्याति प्राप्त करने वाले पटना सिटी के नाहर परिवार की नई पीढ़ी ने लॉकडाउन में एक अच्छी पहल की है। साइंस कॉलेज से एमएससी करने वाले समर्थ नाहर और उनके छोटे भाई इंटर के छात्र सार्थक नाहर ने अपनी जेब खर्च से कोरोना योद्धाओं के लिए फेस शील्ड तैयार की है। इससे कोरोना वायरस के प्रभाव से बचा जा सकता है। अभी ये कोरोना वारियर्स के लिए तैयार की गई है, बाद में इसे अन्य लोगों तक बांटा जाएगा।
दो युवाओं ने की सार्थक पहल
राजधानी के दोनों युवाओं ने शील्ड बनाकर शनिवार को अनुमंडलाधिकारी राजेश रोशन व कर्मियों को सुपुर्द कर दिया है। एसडीओ ने कहा कि दोनों ने लॉकडाउन में सार्थक पहल कर मिसाल पेश की है। उनकी कोशिश को देखकर अन्य लोगों को सीख लेनी चाहिए। जिससे कोरोना वायरस के प्रभाव से बचा जा सकता है।
एक फेस शील्ड तैयार करने में आया 50 रुपये खर्च
समर्थ नाहर और सार्थक नाहर ने बताया कि एक फेस शील्ड तैयार करने में लगभग 50 रुपये खर्च आए हैं। पहली बार में 150 फेस शील्ड तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि इन शील्ड को जरूरतमंदों के बीच बांटा जाएगा। सार्थक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान मिली फुर्सत के क्षण में उन्होंने डॉक्टर, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, कर्मी, दुकानदार, वेंडर तथा आम लोगों के लिए फेस शील्ड तैयार की है। समर्थ नाहर और सार्थक नाहर ने बताया कि फेस शील्ड बनाने के लिए उन्हें संगीतज्ञ पिता डॉ. राजकुमार नाहर से प्रेरणा मिली। मारवाड़ी उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक अनिल रश्मि के सहयोग की भी तारीफ की।