नेपाल से अपहरण करने के बाद सीधे लेकर पहुंचे पटना, मीठापुर बस स्टैंड के पास हो गई गड़बड़
जक्कनपुर में मिले नेपाल से अपहृत छात्र वीरगंज के रहने वाले है दोनों छात्र नशीला पदार्थ सुंघाकर किया गया था अपहरण बेहोशी की हालत में साइकिल सहित पिकअप वैन में लोड लाया गया था मीठापुर पिकअप खड़ी कर खाना खाने गए थे अपराधी होश में आने पर बच्चे पहुंचे थाने
पटना, जागरण संवाददाता। अब तक हम सुनते थे कि बिहार में अपराध कर अपराधी नेपाल भाग जाते हैं, लेकिन रविवार को एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें नेपाल में अपराध करने वाले बदमाश बिहार की राजधानी पटना में आकर रह रहे थे। और तो और उन्होंने जिन दो लड़कों का अपहरण नेपाल से किया था, उनको भी पटना में ही लाकर रखा था। नेपाल के वीरगंज से अपहृत दोनों छात्र रविवार की देर शाम जक्कनपुर में मिले।
साइकिल सहित पिकअप गाड़ी में लादकर लाए पटना
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की दोपहर में दोनों छात्रों का अपहरण कोचिंग जाने के क्रम में नशीला पदार्थ सुंघा कर किया गया था। दोनों को अपहरणकर्ता साइकिल समेत पिकअप गाड़ी में लोड कर वीरगंज से जक्कनपुर थाना क्षेत्र के मीठापुर बस स्टैंड तक लाए थे। जैसे ही गाड़ी रुकी और अपहरणकर्ता खाना खाने के लिए पास के होटल में गए, दोनों बच्चे मौका देख भाग निकले। स्थानीय लोगों से पता पूछकर दोनों छात्र जक्कनपुर थाने में पहुंच गए। जक्कनपुर थानेदार मुकेश वर्मा ने बताया कि वीरगंज पुलिस से संपर्क किया गया है। बच्चों के स्वजन और वहां की पुलिस पटना आ रही है। पिकअप की पहचान के लिए आसपास लगे सीसी कैमरों के फुटेज को खंगाला जा रहा है।
मीठापुर में आया होश, साइकिल लेकर कूदे छात्र
दोनों छात्रों की पहचान 13 वर्षीय शिवेष गुप्ता और 14 वर्षीय प्रणेश शर्मा के रुप में हुई। दोनों छठी क्लास में छात्र हैं। वीरगंज के विरता के निवासी है। शिवेष के पिता व्यापारी हैं, जबकि प्रणेश के पिता जॉब करते है। दोनों नशे की हालत में हैं। इसलिए कुछ स्पष्ट बता नहीं पा रहे हैं। दोनों विरता के एक कोचिंग में पढ़ते हैं। शनिवार की सुबह 11 बजे दोनों साइकिल से कोचिंग जा रहे थे। तभी रास्ते में उन्हेंं नशीला पदार्थ सूंघाकर चार बदमाशों ने उन्हेंं साइकिल समेत अगवा कर लिया। बाद में पिकअप में बैठाकर आरोपित नेपाल से भाग निकले। इधर शाम तक जब दोनों बच्चे घर नहीं पहुंचे तो स्वजन उनकी खोजबीन शुरू की। फिर वीरगंज थाने में शिकायत की गई। वीरगंज पुलिस दोनों छात्रों की तलाश में जुटी थी। दोनों छात्रों ने पुलिस को बताया कि रविवार की शाम करीब चार बजे इन्हें होश आया। तब पिकअप मीठापुर बस स्टैंड के पास खड़ी थी और उसके चारों अपहरणकर्ता नहीं थे। फिर मौका देख दोनों साइकिल लेकर कूद पड़े और पास के लोगों से थाने का पता पूछने लगे।
बच्चों को भागता देख पिकअप लेकर भागे अपहरणकर्ता
जक्कनुपर थानेदार छात्रों की आपबीती सुने तो उनके पिता को फोन किया। पता चला कि शिवेष के बुआ का लड़का पटना में ही पढ़ाई करता है। वह भी सूचना पाकर थाने पहुंच गया। पुलिस जब बच्चों की निशानदेही पर वहां पहुंची तब तक अपहरणकर्ता पिकअप के साथ फरार हो गए। अपहरण क्यों किया गया था? अपराधी कहां के थे? इसकी जांच की जा रही है।