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Rajgir Nature Safari: सीएम नीतीश के उद्घाटन के बाद पहले ही दिन दो सौ पर्यटक पहुंचे राजगीर नेचर सफारी

राजगीर सफारी में घुमने व रोमांच के अनेक स्पॉट हैं । पहले ही दिन सुबह 9 बजे से दिन के एक बजे 4 घंटे के बीच दो सौ टिकट बिक चुके थे। स्काई वॉक ग्लास ब्रिज और जिप लाइन साइकलिंग के लिए पर्यटकों का तांता लगा रहा।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 03:51 PM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 04:17 PM (IST)
Rajgir Nature Safari: सीएम नीतीश के उद्घाटन के बाद पहले ही दिन दो सौ पर्यटक पहुंचे राजगीर नेचर सफारी
राजगीर नेचर सफारी के लोकापर्ण के बाद निरीक्षण करते सीएम नीतीश कुमार, जागरण फोटो।

बिहारशरीफ, जागरण संवाददाता। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के हाथों राजगीर के नेचर सफारी के लोकार्पण के बाद पहले ही दिन इसके प्रति लोगों में आकर्षण दिखा। टिकट बिक्री काउंटर के आंकड़ों के अनुसार सुबह 9 बजे से दिन के एक बजे 4 घंटे के बीच दो सौ टिकट बिक चुके थे। नेचर सफारी में घुमने व रोमांच के इतने स्पॉट हैं कि पर्यटक शाम चार बजे तक ठहरने का इंतजाम लेकर पहुंचे हैं। स्काई वॉक ग्लास ब्रिज पर चढऩे वालों का तांता लगा रहा। वहीं रोमांच के शौकीन युवाओं ने दो पहाडिय़ों के बीच जिप लाइन साइकलिंग का लुत्फ उठाया।

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 मई में जू सफारी का भी भ्रमण कर सकेंगे पर्यटक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के अनुसार नेचर सफारी के बगल में निर्माणाधीन जू सफारी भी आगामी मई तक लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। अभी यहां रॉयल बंगाल टाइगर ले आया गया है। शेर, बाघ व भालू भी शीघ्र लाए जाएंगे। जब वे स्थानीय मौसम में खुद को ढाल लेंगे, तब यहां भ्रमण की इजाजत दी जाएगी। जू सफारी में जंगीली जानवर खुले में विचरण करते दिखेंगे, वहीं पर्यटक बख्तरबंद गाडिय़ों में बैठकर उन्हें नैसर्गिक माहौल में देखने का अनुभव ले सकेंगे।

नेचर सफारी के रास्ते में ही कट जाता है बाहरी दुनिया से सम्पर्क

सोन भंडार से आगे जरासंध अखाड़ा से दो किमी आगे बढ़ते आपका सम्पर्क बाहरी दुनिया से कट जाता है। सभी कम्पनी के सिम काम करना बंद कर देते हैं। आपके मोबाइल पर न कोई कॉल कर सकता है, न ही आप किसी से सम्पर्क कर सकते हैं। इस तरह आप प्रकृति का सानिध्य में रहने का भरपूर आनंद ले सकते हैं।

2017 में शुरू हुआ था 5 सौ हेक्टेयर में नेचर सफारी का निर्माण

500 हेक्टेयर में फैले नेचर सफारी के निर्माण में लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसका निर्माण कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। बीते वर्ष 2020 के 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेचर सफारी तथा ग्लास स्काई वॉक ब्रिज का मुआयना किया था। उस वक्त सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए शेष कार्य पूरे करने का निर्देश दिया था। अंतत: 26 मार्च को सीएम नीतीश कुमार ने नेचर सफारी का लोकार्पण किया।

राजगीर-गया के बीच जेठियन मार्ग में बना है नेचर सफारी

नेचर सफारी नालंदा और गया के बीच जेठियन जाने वाले मार्ग में है। इसकी राजगीर शहर से दूरी लगभग 10 किलोमीटर है। सोन भंडार व जरासंध अखाड़ा से लगभग 8 किलोमीटर है। अधिकांश भू-भाग सोनागिरी तथा वैभारगिरि के बीच है।

जानें क्या है खास

नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक ब्रिज, सस्पेंशन ब्रिज, आर्चरी यानी फील्ड तीरंदाजी, शूटिंग रेंज में राइफल से निशानेबाजी, दो पहाडिय़ों के बीच 8 सौ मीटर लंबी जिप लाईन है, जिस पर हवा में साइकिल चलाने का रोमांच लिया जा सकता है। स्काई वॉक ग्लास ब्रिज 85 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा है। स्काई वॉक ग्लास ब्रिज और सस्पेंशन ब्रिज नेचर सफारी के प्रवेश द्वार के दाईं ओर वैभारगिरि की दो चोटियां के बीच बनाए गए हैं। इसके इर्द-गिर्द आदि मानव और जनजाति समूह के मुनष्यों की मूर्तियां रखी गई हैं। जो उनके जंगली परिवेश में रहने की झलक देता है। नेचर सफारी के मार्ग में भगवान बुद्ध और उनके चार परम शिष्यों की मूर्तियां भी स्थापित की गई है। ट्री हट हाउस के अलावे होगा मड (खपरैल मिट्टी) हाउस, बांबू (बांस) हट हाउस, वूडेन (लकड़ी) हट हाउस भी हैं। सूबे के सभी जिलों से संबंधित प्रतीक चिह्न व ऐतिहासिक तथ्यों को बिहार दर्शन की तरह पेश किया गया है। पर्वतारोहण के शौकीन लोगों के लिए रॉक क्लाइंङ्क्षबग की भी व्यवस्था की जा रही है। यहां किराए पर साइकिल मिलती है। जिससे पर्यटक साइकिल से पूरे नेचर सफारी में  घुम सकते हैं। पर्यटकों को विशिष्ट अनुभव कराने को उन्हें लौटते वक्त उनकी तस्वीर भेंट की जा रही है।


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