RPF जवान ने ट्रेन में TTE को जमकर पीटा फिर घसीटते हुए ले आया थाने, जानें क्या थी गलती
नई दिल्ली से आने वाली 12392 श्रमजीवी एक्सप्रेस की एसी बोगी में बिना टिकट के सफर कर रहे जवान ने टीटीई को टिकट मांगने पर पीट दिया। इतना ही नहीं इसके बाद उसे घसीटते हुए थाने ले आया।
By Edited By: Published: Tue, 14 May 2019 01:44 AM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 10:00 AM (IST)
पटना, जेएनएन। नई दिल्ली से आने वाली 12392 श्रमजीवी एक्सप्रेस की एसी बोगी में सफर कर रहे आरपीएफ जवान से उसका परिचय पत्र व टिकट मागना टिकट निरीक्षक को महंगा पड़ गया। नाराज आरपीएफ जवानों ने पहले तो टिकट निरीक्षक की जमकर धुनाई कर दी, बाद में यात्रियों द्वारा हंगामा किए जाने पर उन्हें दानापुर आरपीएफ हाजत में घसीटते हुए ले आया और फिर पीटा।
जब दानापुर स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों ने अपने साथी की पिटाई होती देखी तो सारे कर्मचारी उग्र हो गए और आरपीएफ पोस्ट का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। दानापुर कंट्रोल को भी इसकी सूचना दे दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरपीएफ कमांडेंट मौके पर पहुंचे और हिरासत में लिए गए टिकट निरीक्षक को जवानों की कैद से बाहर निकलवाया।
मारपीट के साथ लूटपाट का मामला कराया दर्ज
पीड़ित टिकट निरीक्षक पंकज कुमार ने दानापुर रेल थाने में आरपीएफ जवान समरजीत सिंह व उसके साथियों के खिलाफ ट्रेन में ड्यूटी के दौरान मारपीट करने व कैश के साथ ही ईएफटी लूटने का मामला दर्ज करा दिया है। अपने साथियों के साथ मारपीट किए जाने की सूचना मिलते ही ईसीआरएमसी के अध्यक्ष बीपी सिंह व ईसीआरकेयू के महासचिव एसएनपी श्रीवास्तव समेत यूनियन के तमाम पदाधिकारी रेल अधिकारियों व आरपीएफ कमांडेट से मिले और आरोपी दोनों जवानों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
पहले यात्रियों से उलझा जवान
इस संबंध में पीड़ित डिप्टी सीआईटी पंकज कुमार ने बताया कि वह दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से श्रमजीवी एक्सप्रेस लेकर पटना जंक्शन आ रहा था। आरा में उन्हें सूचना मिली कि दो व्यक्ति एसी प्रथम श्रेणी के कोच में यात्रियों के साथ बैठने को लेकर मारपीट कर रहे हैं। वे जैसे ही एचए1 कोच में पहुंचे तो देखा कि दो लोग एसी फर्स्ट के यात्रियों से बैठने के सवाल पर उलझे हुए हैं। जब उनसे टिकट मांगा गया तो उन्होंने खुद को आरपीएफ का जवान बताया। नाम पूछने पर बताने से इन्कार कर दिया। जब पास मांगा गया तो गालीगलौज करने लगे। यात्रियों के विरोध से घबराकर एक ने अपना पास संख्या 172962 दिखाया जो 15 अप्रैल को ही समाप्त हो चुका था।
घसीटते हुए ले आए थाने
जब टीटीई ने पास एक्सपायर होने की बात कही तो फिर से दोनों उससे उलझ गए। अपने को आरपीएफ जवान बता रहे समरजीत सिंह ने टीटीई के ऊपर हाथ चला दिया। जब वे विरोध करने लगे तो दोनों ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और लात-घूंसे से जमकर पिटाई शुरू कर दी। इसी बीच ट्रेन दानापुर स्टेशन पहुंच गई। दोनों जवान उसे घसीटते हुए आरपीएफ थाना ले आए। वहां उसकी लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की गई। आरपीएफ पोस्ट के अन्य जवानों व अधिकारियों ने भी उसकी पिटाई कर हाजत में बंद कर दिया। इस घटना का कई यात्रियों ने बाकायदा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू कर दिया। वहीं इस घटना की सूचना टीटीई के साथियों ने दानापुर कंट्रोल रूम को दे दी। दोनों जवानों ने उसका ईएफटी व 2100 रुपये नकद के साथ मोबाइल भी छीन लिया।
दानापुर स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों ने इसकी सूचना कर्मचारी यूनियन को दे दी। देखते-देखते सारे कर्मचारियों ने एकजुट हो आरपीएफ पोस्ट को घेर लिया। अपने साथी को छुड़ाने को लेकर हंगामा करने लगे। रेलकर्मियों के हंगामा करने के दौरान ही कमांडेंट भी मौके पर पहुंच गए। तत्काल टिकट निरीक्षक पंकज कुमार को छोड़ दिया गया। इसके बाद जख्मी टीटीई ने जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी। बाद में रेल पुलिस ने उसे इलाज के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। जीआरपी एएसआइ अश्विन कुमार सिंह ने बताया कि डिप्टी सीआइटी पंकज कुमार ने आरपीएफ सिपाही समरजीत सिंह व अन्य अज्ञात के खिलाफ लिखित आवेदन दिया है।
जब दानापुर स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों ने अपने साथी की पिटाई होती देखी तो सारे कर्मचारी उग्र हो गए और आरपीएफ पोस्ट का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। दानापुर कंट्रोल को भी इसकी सूचना दे दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरपीएफ कमांडेंट मौके पर पहुंचे और हिरासत में लिए गए टिकट निरीक्षक को जवानों की कैद से बाहर निकलवाया।
मारपीट के साथ लूटपाट का मामला कराया दर्ज
पीड़ित टिकट निरीक्षक पंकज कुमार ने दानापुर रेल थाने में आरपीएफ जवान समरजीत सिंह व उसके साथियों के खिलाफ ट्रेन में ड्यूटी के दौरान मारपीट करने व कैश के साथ ही ईएफटी लूटने का मामला दर्ज करा दिया है। अपने साथियों के साथ मारपीट किए जाने की सूचना मिलते ही ईसीआरएमसी के अध्यक्ष बीपी सिंह व ईसीआरकेयू के महासचिव एसएनपी श्रीवास्तव समेत यूनियन के तमाम पदाधिकारी रेल अधिकारियों व आरपीएफ कमांडेट से मिले और आरोपी दोनों जवानों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
पहले यात्रियों से उलझा जवान
इस संबंध में पीड़ित डिप्टी सीआईटी पंकज कुमार ने बताया कि वह दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से श्रमजीवी एक्सप्रेस लेकर पटना जंक्शन आ रहा था। आरा में उन्हें सूचना मिली कि दो व्यक्ति एसी प्रथम श्रेणी के कोच में यात्रियों के साथ बैठने को लेकर मारपीट कर रहे हैं। वे जैसे ही एचए1 कोच में पहुंचे तो देखा कि दो लोग एसी फर्स्ट के यात्रियों से बैठने के सवाल पर उलझे हुए हैं। जब उनसे टिकट मांगा गया तो उन्होंने खुद को आरपीएफ का जवान बताया। नाम पूछने पर बताने से इन्कार कर दिया। जब पास मांगा गया तो गालीगलौज करने लगे। यात्रियों के विरोध से घबराकर एक ने अपना पास संख्या 172962 दिखाया जो 15 अप्रैल को ही समाप्त हो चुका था।
घसीटते हुए ले आए थाने
जब टीटीई ने पास एक्सपायर होने की बात कही तो फिर से दोनों उससे उलझ गए। अपने को आरपीएफ जवान बता रहे समरजीत सिंह ने टीटीई के ऊपर हाथ चला दिया। जब वे विरोध करने लगे तो दोनों ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और लात-घूंसे से जमकर पिटाई शुरू कर दी। इसी बीच ट्रेन दानापुर स्टेशन पहुंच गई। दोनों जवान उसे घसीटते हुए आरपीएफ थाना ले आए। वहां उसकी लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की गई। आरपीएफ पोस्ट के अन्य जवानों व अधिकारियों ने भी उसकी पिटाई कर हाजत में बंद कर दिया। इस घटना का कई यात्रियों ने बाकायदा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना शुरू कर दिया। वहीं इस घटना की सूचना टीटीई के साथियों ने दानापुर कंट्रोल रूम को दे दी। दोनों जवानों ने उसका ईएफटी व 2100 रुपये नकद के साथ मोबाइल भी छीन लिया।
दानापुर स्टेशन पर तैनात रेलकर्मियों ने इसकी सूचना कर्मचारी यूनियन को दे दी। देखते-देखते सारे कर्मचारियों ने एकजुट हो आरपीएफ पोस्ट को घेर लिया। अपने साथी को छुड़ाने को लेकर हंगामा करने लगे। रेलकर्मियों के हंगामा करने के दौरान ही कमांडेंट भी मौके पर पहुंच गए। तत्काल टिकट निरीक्षक पंकज कुमार को छोड़ दिया गया। इसके बाद जख्मी टीटीई ने जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी। बाद में रेल पुलिस ने उसे इलाज के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। जीआरपी एएसआइ अश्विन कुमार सिंह ने बताया कि डिप्टी सीआइटी पंकज कुमार ने आरपीएफ सिपाही समरजीत सिंह व अन्य अज्ञात के खिलाफ लिखित आवेदन दिया है।
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