Truck Owner's Strike: ट्रक मालिकों की हड़ताल से पटना की मंडियों में सामान की आमद कम
बिहार में ट्रक मालिकों की हड़ताल का असर दिखने लगा है। हड़ताल का आज तीसरा दिन है। अगर इसका समाधान जल्द नहीं निकला तो जरूरी चीजों की सप्लाई पर असर पड़ सकता है। पटना स्थित बाजार समिति मारूफगंज सब्जी मंडी में ट्रकों की आवाजाही कम हो गयी है।
पटना, जागरण संवाददाता। Truck Owners Strike in Bihar: बिहार में ट्रक मालिकों की हड़ताल का असर दिखने लगा है। हड़ताल का आज तीसरा दिन है। अगर इसका समाधान जल्द नहीं निकला तो जरूरी चीजों की सप्लाई पर असर पड़ सकता है। पटना स्थित बाजार समिति, मारूफगंज, सब्जी मंडी में ट्रकों की आवाजाही कम हो गयी है। निर्माण सामग्री लाने का कार्य ठप रहा। बाहर से आए ट्रक ही शहर और आसपास चलते नजर आए। सड़कों के किनारे ट्रकों की कतारें लगी हुई है।
पुलिस के सख्त रवैये के कारण नहीं जुटा पाए रोड जाम करने की हिम्मत
हड़ताल के पहले दिन ट्रक ओनर्स एसोसिएशन ने खूब उत्पात किया था। एसोसिएशन के लोगों ने बीच सड़क पर ट्रकों के टायर की हवा निकालकर यातायात व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था। रविवार को यानी हड़ताल के दूसरे दिन पुलिस प्रशासन की सख्ती के कारण पटना के जीरो माइल, ओल्ड बाईपास के आसपास ट्रक व्यवसायी सड़क जाम करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। शनिवार को पुलिस ने सड़क जाम करने वाले कई ट्रक एसोसिएशन के नेताओं पर लाठियां चटकाईं थी।
पटना जिला ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह के नेतृत्व नौबतपुर में सड़क जाम की गई। पटना एम्स तक सड़क जाम थी। शाम में जाम हटने के बाद यातायात शुरू हुआ। जिलाध्यक्ष ने बताया कि ट्रकों की हड़ताल के कारण निर्माण कार्य पूर्णरूप से बाधित है। उन्होंने दावा किया कि शहर के अंदर आने वाले ट्रकों की संख्या में कमी आ गई है। खाद्यान्न पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा।
बिहार राज्य ट्रक ओनर एसोसिशन के अध्यक्ष भानु शेखर प्रसाद सिंह ने राज्य सरकार से अपील की है कि अपने आदेश को वापस लें। सभी ट्रक व्यवसायी एकजुटता के साथ आंदोलन में शामिल हैं। 12 चक्का से ऊपर वाले ट्रकों से गिट्टी-बालू के परिचालन पर रोक लगने से ट्रक व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। परिचालन पर लगी रोक हटाएं तथा डाला काटकर परिचालन करने के आदेश को वापस लें। मांगे माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी। राज्यभर में ट्रक व्यवसायी सड़क पर हैं।