पटना में साइकिल सवार दो छात्रों को ट्रक ने रौंदा, बिहटा-सरमेरा सड़क तीन घंटे तक जाम
गौरीचक थाना के बिहटा-सरमेरा सड़क के बेलदारीचक के नजदीक सोमवार की सुबह साइकिल सवार दो छात्रों को अनियंत्रित ट्रक ने रौंद दिया। ट्रक के नीचे आने से घटनास्थल पर ही दोनों छात्रों की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बिहटा-सरमेरा रोड जाम कर दी।
जागरण टीम, पटना/फुलवारीशरीफ। गौरीचक थाना के बिहटा-सरमेरा सड़क के बेलदारीचक के नजदीक सोमवार की सुबह साइकिल सवार दो छात्रों को अनियंत्रित ट्रक ने रौंद दिया। ट्रक के नीचे आने से घटनास्थल पर ही दोनों छात्रों की मौत हो गई। मृतक की पहचान कंसारी निवासी सतीश साव का पुत्र सन्नी कुमार (18) व शेखपुरा निवासी सह नगर निगम कर्मी अजीत कुमार का पुत्र निखिल कुमार (15) के रूप में हुई है। दोनों नौवीं क्लास के छात्र थे।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को रखकर बिहटा-सरमेरा सड़क जाम कर आगजनी की। ग्रामीणों का गुस्सा देखते हुए गौरीचक, गोपालपुर, धनरूआ, पुनपुन समेत आसपास के आधा दर्जन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही ग्रामीणों का गुस्सा और भड़क गया। पुनपुन अंचलाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। अंचलाधिकारी इंदरानी कुमारी ने दोनों मृतक के स्वजनों को चार-चार लाख का मुआवजा राशि के तौर पर चेक दिया। वहीं बीडीओ शैलेश कुमार के तरफ से 20 हजार देकर तीन घंटे के सड़क जाम को खत्म कराया।
ट्यूशन पढ़ने निकले थे दोनों छात्र
जानकारी के अनुसार निखिल कुमार अपने घर से पैदल ट्यूशन पढ़ने निकले थे। रास्ते में निखिल की मुलाकात साइकिल लेकर आ रहे दोस्त सन्नी से हुई और दोनों साइकिल पर बैठकर बेलदारीचक कोचिंग के लिए आगे बढ़े। आगे बढ़ते ही पीछे से आ रहा अनियंत्रित ट्रक चालक उन्हें रौंदता हुआ फरार हो गया। दोनों छात्रों की मौत की खबर पहुंचते ही घर में मातमी सन्नाटा पसर गया।
अंडरपास और मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम
बीच सड़क पर आगजनी कर हंगामा कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि सड़क किनारे दर्जनों गांव व स्कूल हैं। अबतक कई लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा चुके हैं। सरकार इस हाईवे सड़क पर अंडरपास का निर्माण कराए। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन कर गौरीचक में कई कोचिंग सेंटर खुले हैं। आज दोनों छात्र की कोचिंग में ट्यूशन पढ़ने जाने के दौरान हुई मौत ने लॉकडाउन गाइडलाइन का पालन और प्रशासन की सख्ती की भी पोल खोलकर रख दी है।