बिहार में कुख्यात मुकेश पाठक गैंग के सात गुर्गे गिरफ्तार, ट्रिपल मर्डर की साजिश नाकाम
बिहार में रंगदारी नहीं देने के मामले में तीन लोगों की हत्या की पूरी साजिश रच ली गई थी। लेकिन पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर इसे विफल कर दिया। इस खबर में जानिए पूरा मामला।
पटना [स्टेट ब्यूरो]। उत्तर बिहार में ट्रिपल मर्डर कांड की तैयारी में जुटे कुख्यात मुकेश पाठक गैंग के सात गुर्गों को एसटीएफ ने सोमवार को दबोच लिया। गिरफ्तार अपराधियों पर दरभंगा में डबल इंजीनियर हत्याकांड के आरोपी भी शामिल हैं। मुकेश पाठक फिलहाल जेल में बंद है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अपराधियों ने रंगदारी नहीं देने के मामले में मोतिहारी, शिवहर और चकिया में तीन बड़े बिजनेस मैन की हत्या की तैयारी कर रखी थी। एसटीएफ ने गुर्गों से 9-एमएम की दो पिस्टल, 24 गोलियां, 14 मोबाइल, हत्या के बाद फेंका जाने वाला पर्चा, पहचान पत्र और गोला-बारूद भी जब्त किए हैं। इतना ही नहीं, मिनी गन फैक्ट्री का भी उद्भेदन किया गया है।
छापेमारी में एसटीएफ को मुजफ्फरपुर के सतईया में मिनी गन फैक्ट्री और बम बनाने के सामान भी मिले। एसटीएफ के हत्थे चढ़े दो आरोपियों पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर में आइटीआइ छात्र रूपेश की गोली मार कर हत्या करने का आरोप है।
कौन-कौन किए गए गिरफ्तार
मणि भूषण ऊर्फ मानव चौबे पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी का रहने वाला है। संजीत कुमार चौधरी पूर्वी चंपारण के चकिया, अभिषेक कुमार मोतिहारी के छोटा बरियारपुर, सुशांत कुमार मुजफ्फरपुर जिले के कथैया जमालपुर और सोहन कुमार पटेल मुजफ्फरपुर जिले के ठिकहा असवारी मठ, कथैया के रहने वाले हैं। इसी तरह रमेश राय और जयंत राय मुजफ्फरपुर जिले के परसापुर, मशहरी प्रखंड के रहने वाले हैं।
किस-किस की करने वाले थे हत्या
एसटीएफ के हत्थे चढ़े गुर्गों ने पूर्वी चंपारण जिले में चकिया के बिजनेसमैन, पूर्व नगर अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता, मुजफ्फरपुर के नवलपुर पंचायत के मुखिया पति चुमन पांडेय और शिवहर जिले के श्यामपुर के ठेकेदार श्रीनारायण सिंह की रंगदारी नहीं देने को लेकर हत्या की तैयारी कर ली थी। लेकिन समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की और उनकी जान बच गई।