एनएमसीएच में सामान्य मरीजों का इलाज जल्द
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही सामान्य मरीजों का इलाज शुरू होगा। यहां स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी।
पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही सामान्य मरीजों का इलाज शुरू होगा। यहां की इमरजेंसी, आइसीयू एवं सभी विभागों की ओपीडी में भी मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। ऑपरेशन भी पहले की तरह होगा। इस दौरान स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। यह संभावना प्राचार्य डॉ. हीरालाल महतो एवं अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जतायी है।
इनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के फैसले का इंतजार है। अनलॉक-3 में लोगों की आवाजाही शुरू होते ही दूसरी बीमारियों के मरीज एनएमसीएच पहुंचने लगे हैं। कोरोना अस्पताल होने के कारण इन्हें लौटना पड़ रहा है। गरीब मरीजों के लिए इस अस्पताल को जल्द ही सामान्य किया जाना बहुत जरूरी है। मेडिकल छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित है। इसका असर छात्रों के भविष्य पर पड़ेगा।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि एनएमसीएच में कोरोना के भर्ती मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। सात सौ से अधिक बेड वाले इस अस्पताल में महज तीस के आसपास ही मरीज भर्ती हैं। 40 बेड वाली नशा मुक्ति इकाई में मरीज नहीं होने के कारण एक महीने से ताला लटका है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित सेंट्रल पैथोलॉजी एवं रेडियोलॉजी विभाग की उपयोगिता पर सवालिया निशान लगने लगा है। यहां डॉक्टर, नर्स एवं कर्मियों की फौज है, लेकिन इसका समुचित लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। ---------------------
- कोरोना मरीजों की घटी संख्या को देखते हुए प्राचार्य व अधीक्षक ने जतायी संभावना
- 40 बेड वाली नशा मुक्ति इकाई भी महीने भर से खाली
- अनलॉक-3 में आवाजाही शुरू होने से आने लगे मरीज
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