चिड़ियाघर में बाघ के केज में लगाया गया पारदर्शी शीशा, दर्शक अब नजदीक से देख सकेंगे राष्ट्रीय पशु
वन्य प्राणियों का दीदार के शौकीन वन्य प्रेमियों (Wild Life Lovers) के लिए अच्छी खबर है। चिड़ियाघर (Patna Zoo) घूमने आने वाले दर्शक अब बाघ (Tiger) को नजदीक से देख सकेंगे। इसके लिए पटना जू प्रशासन ने बाघ के केज में पारदर्शी शीशा (Transparent Glass Cage) लगाया है।
पटना, जेएनएन। वन्य प्राणियों का दीदार के शौकीन वन्य प्रेमियों (Wild Life Lovers) के लिए अच्छी खबर है। चिड़ियाघर (Patna Zoo) घूमने आने वाले दर्शक अब बाघ (Tiger) को नजदीक से देख सकेंगे। इसके लिए पटना जू प्रशासन ने बाघ के केज में पारदर्शी शीशा (Transparent Glass Cage) लगाया है। इससे पहले घड़ियाल, तेंदुआ और जिराफ के केज में पारदर्शी शीशा लगाया गया था।
पर्यटकों को बाघ के साथ तस्वीर लेने में होगी आसानी
बाघ के केज में पहले लोहे की जाली लगी हुई थी। जिसकी वजह से दर्शक बाघ को ठीक से नहीं देख पाते थे। पारदर्शी शीशे के लग जाने से दर्शक अब बाघ को नजदीक से देखने के साथ-साथ इसकी तस्वीर भी आसानी से ले सकेंगे। खासकर अब बाघ को सेल्फी में कैद करना दर्शकों के लिए आसान होगा।
मगरमच्छ के केज में काम जारी, स्टील के पाइप से बनाया घेरा
मगरमच्छ के पुराने वाले केज के ठीक बगल में एक नया केज बनाया जा रहा है। जिसमे तेजी से काम चल रहा है। इस केज का काम पूरा होते ही दर्शक यहां पर मगरमच्छ को देख सकेंगे। इस केज के सामने स्टील के पाइप से घेरा भी बनाया गया है। जो केज की खूबसूरती को और भी दो गुना कर देती है।
बारकोड से जानवरों की मिलेगी जानकारी
चिड़ियाघर के सभी जानवरों (wild animals) के केज के सामने एक डिस्पले बोर्ड (Display Board) लगाया गया है। जिसपर जानवरों के संक्षिप्त विवरण के साथ बारकोड (Bar code) भी लगाया गया है। दर्शक इस बारकोड को स्कैन कर उस जानवर के बारे में विस्तार से जान सकेंगे।
थ्री-डी थियेटर में मुफ्त में देख सकते हैं फिल्म
पटना जू में एक थ्री-डी थियेटर भी है, जहां आप पूरी तरह मुफ्त में जीव-जंतुओं से जुड़ी फिल्म देख सकते हैं। यहां सुबह से लेकर शाम तक कई शो में फिल्म दिखाई जाती है। हर फिल्म करीब 40 मिनट की होती है। इन फिल्मों को देखने के लिए विशेष प्रकार के चश्मे दिए जाते हैं।