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जंक्‍शन का सन्‍नाटा टूटा, छुक-छुक करती दिल्‍ली को दाैड़ी स्‍पेशल ट्रेन; यात्री बोले- बाय बाय पटना

आखिरकार पटरियों का सूनापन दूर हुआ। जंक्शन का सन्नाटा टूटा। मंगलवार की शाम 741 बजे प्लेटफॉर्म संख्या एक से छुक-छुक करती ट्रेन पटना से दिल्‍ली के लिए हुई रवाना।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 09:13 PM (IST)Updated: Wed, 13 May 2020 09:17 AM (IST)
जंक्‍शन का सन्‍नाटा टूटा, छुक-छुक करती दिल्‍ली को दाैड़ी स्‍पेशल ट्रेन; यात्री बोले- बाय बाय पटना
जंक्‍शन का सन्‍नाटा टूटा, छुक-छुक करती दिल्‍ली को दाैड़ी स्‍पेशल ट्रेन; यात्री बोले- बाय बाय पटना

पटना, जेएनएन। आखिरकार पटरियों का सूनापन दूर हुआ। जंक्शन का सन्नाटा टूटा। मंगलवार की शाम 7:41 बजे प्लेटफॉर्म संख्या एक से छुक-छुक करती 02309 एसी सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई। राजेंद्रनगर से ट्रेन शाम 7:20 मिनट पर खुली जो 10 मिनट बाद 7 बजकर 30 मिनट पर जंक्शन पहुंची। करीब डेढ़ माह से बिहार में फंसे 1042 यात्री पहली ट्रेन से रवाना हुए। यात्री इस कदर ट्रेन यात्रा के इंतजार में थे कि शाम चार बजे से ही जंक्शन पहुंचने लगे। तीन चरणों में उनकी जांच हुई जिसमें तीन घंटे का समय लगा। यात्रियों की जांच में लगे सुरक्षाकर्मी पीपीई किट पहने दिखे तो टिकट जांचने वाले टीटीई भी मास्क और ग्लब्स के साथ मुस्तैद थे। ट्रेन खुली तो यात्रियों ने कहा- बाय बाय पटना। 

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सभी यात्रियों का लिया गया पता और मोबाइल नंबर 

रेलवे और आरपीएफ के अधिकारी पहले से ही पटना जंक्शन पर मौजूद थे। यात्रियों को तीन कतार में लगाकर जंक्शन परिसर में प्रवेश कराया गया। भीड़ नियंत्रित करने के लिए महावीर मंदिर के पास बैरिकेङ्क्षडग लगाई गई थी। अधिकारी लोगों के टिकट देखकर पटना जंक्शन परिसर में प्रवेश करने दे रहे थे। प्रवेश से पहले यात्रियों की फोटो ली जा रही थी उनका पता और मोबाइल नंबर भी नोट किया गया। यात्रियों के साथ आने वाले लोगों को बैरिकेङ्क्षडग के पास से ही लौटा दिया गया। लगातार लाउडस्पीकर के जरिये लोगों से फिजिकल डिस्टेंङ्क्षसग बनाए रखने और मास्क लगाए रखने को कहा जा रहा था। पटना जंक्शन के परिसर में किसी भी वाहन को प्रवेश नहीं दिया गया। यात्रियों को छोडऩे आए वाहनों को जंक्शन गोलंबर से ही लौटा दिया गया। 

यात्रियों की आपबीती

दिल्ली के गंगा राम हॉस्पिटल में ड्यूटी है। समस्तीपुर में कई दिनों से फंसा हुआ था। ऑनलाइन टिकट लिया है। 2200 रुपये किराया देना पड़ा। 

- टुनटुन राय, समस्तीपुर 

दिल्ली में बहू की डिलीवरी होने वाली है। इसलिए जा रही हूं। ऑनलाइन टिकट लेने में 2170 रुपये देने पड़े हैं। रेल चलने से परेशानी दूर हुई। 

- रेखा कुमारी, दक्षिणी चांदमारी रोड 

बेटे की शादी के लिए पटना आए थे। सब तैयारी हो गई थी। चार मई को बरात थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते शादी फिलहाल टाल दी है। 2200 रुपये का टिकट लिया हूं।

- संतोष, गुलजारबाग

भतीजी का जन्म हुआ था। उसे देखने पटना आई थी। 20 मार्च से पटना में फंसी हुई हूं। बच्चे दिल्ली में अकेले हैं, इसलिए जा रही हूं। 

- अभिलाषा झा, पत्थर की मस्जिद 

बच्चों की परीक्षा समाप्त होने के बाद उन्हें लेकर पटना अपने ससुराल आई थी। अब दिल्ली लौट रही हूं। 20 मार्च से ही पटना में फंसी हुई थीं। 

- दीपिका, राजाबाजार

पटना के बाढ़ में एक रिश्तेदार का देहांत हो गया था। उनके श्राद्ध में शामिल होने 18 मार्च को आया था। दिल्ली में ही रहता हूं, इसलिए लौट रहा हूं। बेटे ने ऑनलाइन टिकट काट दिया था। 

- दानी प्रसाद, रामकृष्णानगर 

खास बातें

  • 1042 यात्री नई दिल्ली जाने वाली पहली ट्रेन से हुए रवाना
  • 18 बोगियां थीं विशेष ट्रेन में, सभी एयरकंडीशन बोगियां
  • 06 मेडिकल टीमों ने की जांच, तीन घंटे तक चली प्रक्रिया
  • 7:20 बजे राजेंद्रनगर से खुली 02309 एसी सुपरफास्ट स्पेशलट्रेन
  • 7:30 बजे पहुंची पटना जंक्शन, यहां जांच के बाद सवार हुए यात्री
  • 7:41 बजे प्लेटफॉर्म संख्या एक से नई दिल्ली के लिए हुई रवाना

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