बिहार में ट्रैक्टर बाजार ने भरा फर्राटा, इसकी रफ्तार से कोरोना भी गया हार
चुनौती अवसर में बदली। ऑटोमोबाइल सेक्टर में अकेले ट्रैक्टर सेगमेंट में दिखी ग्रोथ । प्रवासियों के बिहार आने और खेती शुरू करने से ट्रैक्टर बाजार में उछाल आया। कोरोना काल में खाड़ी देशों से लौटे लोग भी खरीदार बने ।
पटना, दिलीप ओझा । वैसे तो कोरोना काल में कमोबेश सभी व्यापारिक क्षेत्रों में मायूसी थी, लेकिन ट्रैक्टर बाजार फर्राटा भरता रहा। पिछले साल के अप्रैल से सितंबर की तुलना में इस साल समान अवधि में बिहार में 5,392 ट्रैक्टर अधिक बिके। प्रमुख वजह यह कि कोरोना काल में देश-विदेश से लौटे प्रवासियों ने अन्य रोजी-रोजगार तो किया ही, ट्रैक्टर खरीद खेती भी शुरू की। इसमें अधिकांश वैसे लोग हैं, जो खाड़ी देशों से लौटे।
अन्य वजहें भी बिक्री में सहायक
प्रवासियों के बिहार आने से ट्रैक्टरों की बिक्री तो बढ़ी ही, अन्य वजहों से भी इसे बल मिला। प्रीत ट्रैक्टर के जोनल हेड अरशद करीम अंसारी ने कहा, लॉकडाउन के दौरान लोन की ईएमआइ चुकाने में छूट मिली। जिनका खाता एनपीए हो गया था, वे नया लोन नहीं ले सकते थे, लेकिन ऐसे ग्राहकों को भी राहत दी गई। अनाज का न्यूनतम समर्थन मूल्य करीब तीन फीसद बढ़ा तो बोआई रकबा आठ फीसद बढ़ गया। खेती लाभकारी लगी। सरकार की इस नीति से भी ट्रैक्टर की बिक्री बढ़ी। खास यह कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में इकलौते ट्रैक्टर सेगमेंट में ही ग्रोथ दिखाई दी। अगस्त में तो ट्रैक्टर इंडस्ट्रीज में राष्ट्रीय स्तर पर 74 फीसद ग्रोथ देखने को मिली। प्रीत ट्रैक्टर की ग्रोथ पिछले साल 30 फीसद थी, जो इस साल 139 फीसद पर पहुंच गई है।
सिवान, गोपालगंज व छपरा में ज्यादा बिके ट्रैक्टर
ट्रैक्टर कंपनियों का अनुभव है कि खाड़ी देशों से लौटे लोग ट्रैक्टर के अधिक खरीदार बने। टैफे ट्रैक्टर एंड फॉर्म इक्यूपमेंट लिमिटेड के सीनियर एरिया मैनेजर सब्यसांची भट्टाचार्या ने कहा, छपरा, सिवान, गोपालगंज सहित वैसे इलाके, जहां के लोग खाड़ी देशों में रहते हैं, वहां अधिक ग्रोथ दिखाई दी। जॉन डियर ट्रैक्टर के मार्केटिंग मैनेजर पुनीत सिंह ने कहा, राष्ट्रीय स्तर पर हमारी कंपनी ने वर्ष 2018-19, 2019-20 की तुलना में 2020-21 में अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री की है। हालांकि बिहार में हम अभी मामूली पीछे हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा के सोनपुर के डीलर और जगदंबा ऑटो के मालिक शशिकांत ने कहा, पिछले साल सितंबर से नवंबर के बीच 40 ट्रैक्टर बेचा था, लेकिन इस साल इसी अवधि में 100 ट्रैक्टर बिके हैं।
वर्ष, अवधि, ट्रैक्टरों की बिक्री
2019, अप्रैल से सितंबर : 17,959 यूनिट
2020, अप्रैल से सितंबर : 23,351 यूनिट
छह महीने में कुल वृद्धि : 5,392 यूनिट